Book Title: Devta Murti Prakaran
Author(s): Vinaysagar, Bhagvandas Jain, Rima Jain
Publisher: Prakrit Bharati Academy

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Page 296
________________ 260 देवतामूर्ति-प्रकरणम् . दिग्बाहुः क्षामकुक्षिश्च मुसलं चक्रकं शरः ॥७६ ॥ अङ्कुशं बिभ्रती खड्गं दाक्षिणेष्वथ वामतः । खेटं पाशधनुर्दण्डकुठारं चेति बिभ्रती ॥७७ ॥ चामुण्डा देवी प्रेत की सवारी करने वाली, लाल वर्ण वाली, विकृत मुख वाली, साँप के आभूषण वाली, बड़े दाँत वाली, क्षीण शरीर वाली, ॐड़े नेत्र वाली; भयङ्कर रूप वाली, दश भुजा वाली और क्षीण कमर वाली है। वह दाहिनी पाँच भुजाओं में मुसल, चक्र, बाण, अंकुश और खड्ग तथा बांयी पांच भुजाओं में क्रम से ढाल, पाश, धनुष, दण्ड और फरसा को धारण करती है। ___ (vii) Chamunda rides a preta (spirit). She is blood-red in: colour, with a terrible face. Her ornaments are made up of snakcs (75). Chamunda has large tectii, an emaciated body, sunken cycs, and a terrible form. She has len arms. Her waist is extremely thin, and she holds a musala (pcstle/mace), a disc, an arrow (76), a goad and a sword, respectively in her five right hands. In lier five left hands are a shield, a noose, a bow, the danda rod and an axe (kuthara). (77). चण्डिका देवी चण्डिका श्वेतवर्णा स्याच्छवारूढा च षड्भुजा। जटिला च लसत्त्र्यक्षा वरदा शूलधारिणी ॥७८ ॥ कर्तिकां बिभ्रती दक्षे पाशपात्राभयान्यत:। इत्येता मातरः प्रोक्ता रूपभेद-व्यवस्थया ॥७९॥ चण्डिका देवी सफेद वर्ण वाली, प्रेत की सवारी करने वाली, छ: भुजा वाली, जटा वाली और चञ्चल तीन नेत्र वाली है। वह दाहिनी तीन भुजाओं में वरद मुद्रा, त्रिशूल और कतरणी को तथा वाम तीन भुजाओं में पाश, पात्र और अभय को धारण करने वाली है। (viii) Chandika is white in colour, with six arms, matted long jata hair and three cyes that attract and rivet attention. She

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