Book Title: Devta Murti Prakaran
Author(s): Vinaysagar, Bhagvandas Jain, Rima Jain
Publisher: Prakrit Bharati Academy

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Page 257
________________ देवतामूर्ति-प्रकरणम् “Kinnar, the yaksha of Lord Dharma, is blood-red in colour. Kinnar has three faces and his vahana is a tortoise. The attributes in his six hands are a citron, a mace, the Abhay mudra, a rosary, a lotus and a mongoosc. (46). १५. कंदर्पा देवी कंदर्पा गौरवर्णा स्यान् मत्स्यारूढा चतुर्भुजा । उत्पलं चांकुशं हस्तेऽभयं पद्मं क्रमाद् भवेत् ॥४७॥ कंदर्पा नाम की यक्षिणी गौर वर्ण, वाली मछली की सवारी करने वाली, और चार भुजा वाली है। वह भुजाओं में उत्पल, अङ्कुश, अभय और कमल को धारण करती है ! 221 White-coloured Kandarpa is seated on a fish. She has four arms. The yakshini has a (blue) Utpal lotus, a goad, the Abhay hasta and a lotus (in the order cited) in her four hands. ( 47 ) . १६. गरुड यक्ष - गरुडः शान्तिनाथस्य श्यामः शूकरवाहनः । वाराहवदनो बीजपूरपद्माक्षनाकुलैः ॥४८ ॥ सोलहवें शान्तिनाथ जिनेश्वर के शासन में गरुड नाम का यक्ष है। वह • कृष्ण वर्ण का, सूअर की सवारी करने वाला और सूअर के जैसा मुख वाला है, उसकी चारों भुजाओं में क्रम से बीजोरा, कमल, अक्षमाला और न्यौला है । Garuda attends on Lord Shantinath. Garuda is dark in appearance with the visage of a boar. His vahana is a boar. His four hands possess a citron, a lotus, a rosary and a mongoose, respectively. (48). निर्वाणी देवी निर्वाणी गौरवर्णा स्यात् पद्मारूढ़ा चतुर्भुजा । पुस्तकं चोत्पलं पद्मं कमण्डलुः क्रमाद् भवेत् ॥४९ ॥ निर्वाणी नाम की यक्षिणी गौर वर्ण की कमल पर बैठी हुई और चार

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