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चिन्तन के विविध
आयाम
সর
सर्वे सुविना
द्वितीय खण्ड
संस्कृति - साहित्य - चिन्तन
१-सांस्कृतिक परम्परा : तुलनात्मक अध्ययन २-कर्मयोगी श्री कृष्ण के आगामी भव : एक अनुचिन्तन
__ ३–पट्टावली पर्यवेक्षण ४-जैन शासन-प्रभाविका अमर साधिकाएं
५-जैन मुनियों का साहित्यिक योगदान ६-राजस्थान के प्राकृत श्वेताम्बर–साहित्यकार
७-भारतीय साहित्य में काव्य-मीमांसा
८-सन्त कवि आचार्य श्री जयमल जी महाराज ६-स्थानकवासी परम्परा के एक अध्यात्म-कवि श्री नेमीचन्दजी महाराज १०-चतुर्मुखी प्रतिभा के धनी उपाध्याय श्री पुष्करमुनि जी महाराज
११-राष्ट्र का मेरुदण्ड : युवक
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