Book Title: Bhattarak Ratnakirti Evam Kumudchandra Vyaktitva Evam Kirtitva Parichay
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Mahavir Granth Academy Jaipur

View full book text
Previous | Next

Page 17
________________ 1 विद्यासागर १०६ - १०७ ब्रह्म धर्मरुचि १०७-१०६, आचार्य चन्द्रकोति ११०-११४, संयम सागर ११४ - ११४ धर्मचन्द्र ११५, राघव ११५ - ११६, मेघसागर ११६-११७, धर्मसागर ११७–११६, गोपालदास ११६ पाण्डे हमराज ११६ - १२०, १२१-१४८ १०. बट्टारक रत्नकवि की कृतियों के मूल पाठ नेमिनाथ फांग १२१-१२६. बारहमासा १२६ - १३३, पत्र एवं गीत १३४-१४८, ११ भट्टारका कुमुदचन्द्र की कृतियों के मूल पाठ भरत-बाहुबली छन्द १४९ - १६१. ऋषभ विवाहलो १६२ - १७३, नेमिनाथ का द्वादशामा १७४ १७५ नेमीश्वर हमची १७५ - १८१ गीत एवं पद १०६-१६१, हिन्दोलना गीत १२१-१३३, षण्यति गीत १६३-१६४, बणजारा गीत १९५-१६६, बोल गीत १६७ - १६६. प्रारती गीत १६६ - २००, चिन्तामरिण पार्श्वनाथ मी २००-२०२००३ गीत २०३ २०४, गुरुगीत २०४ - २०५ दशलक्षण धर्म व्रत गीत २०६ व्यसन सातनू गीत २०६ २०७ प्रसाई गीत २००-२००, भरतेश्वर गीत २०२०६ पार्श्वनाथ गोत २०६ - २१०, - षोडी गीत २१०-२११, चौबीस तीर्थंकर देह प्रमाण चपई २११-२१४ श्री गौतमस्वामी चोपई २१४ - २१५, संकटहर पार्श्वनाथ विनती २१५-२१७ लोडा पार्श्वनाथनी विनती २१७ - २१६, जिनवर विनती एवं पद २१६-२२३, १४६-२२३ १२. चन्दागीत ( अभयचन्द्र ) २२४ २२५, पद | शुभचन्द्र ) २२५-२२६, शुभचन्द्र हमची (श्रीपाल ) २२६ - २२८, प्रभाति (श्रीपाल ) २२८ - २२६, प्रभाति (गणेश) २२६ प्रभाति ( सयमसागर गीत २२६ - २३०, लेभिश्वर गीत (धर्मसागर २३१, गीत ( धर्म सागर ) २३२, कुमुदचन्द्रनी हमची (गणेश) २३३ २३४, १३. अवशिष्ट — श्रह्म जयराज २३४ शान्ति दास २३५. १४. अनुक्रमणिकायें-- २३७ से (xvi)

Loading...

Page Navigation
1 ... 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 ... 269