Book Title: Bhattarak Ratnakirti Evam Kumudchandra Vyaktitva Evam Kirtitva Parichay
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Mahavir Granth Academy Jaipur

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Page 16
________________ विषयानुक्रमणिका का सं. पृष्ठ संख्या १. श्री महावीर ग्रन्थ अकादमो.-- एक परिचय । २ कार्याध्यक्ष की कलम से ३. सम्पादकीय ४. लेखक की कलम से। - ५. पूर्व पीठिका ६. संवत् १६३१ से १७०० तक होने वाले कवियों का परिचय ५-४१ (बनारसीदास ५-६, ब्रह्मा गुलाल -११, मनराम ११-१३, पाण्डे रूपचन्द १३, हर्षकीर्ति १३-१४, कल्याण कीवि १४-१६, छार कवि १७, देवेन्द्र १७. जैनेन्द १७-१८, वर्धमान कवि १८, प्राचार्य जयकीर्ति १५-१६, पं. भगवतीदास १६-२०, ब्रह्म कपूरचन्द २०-२२, मुनि राजनन्द्र २२, पाण्डे जिनदास २२-२३, पाण्डे राजमल्ल २३, छीतर टोलिमा २३, भट्टारक बीरचन्द्र २४, खेतसी २४, ब्रह्म अजित २४-२५, प्राचार्य नरेन्द्र कीति २५, अह्म रायमल्ल २५, जगजीवन २५-२७. दुअरपाल २७-२८, सालिवाह्न २८, सुन्दरदास २८-३०, परिहानन्द ३०-३१, परिमल्ल ३१ ३२, वादिचन्द्र ३२-३४, कनककीति ३४-३५, विष्णु कनि ३५, हीर कलश ३५-३६. समयसुन्दर ३६, जिनगज सूरि ३६, दामो ३७, कुशललाम ३७, मानसिंह मान ३७-३८, उदयराज ३८-३६, श्रीसार ३६, गरिंगमहागद ३६, सहजकीति ३६-४५, हीरानन्द मुकीम ४०-४१, ७. भट्टारक रत्नकीर्ति ८, भट्टारक कुमुदचन्द्र ५५-७४ ६. शिप्य प्रशिष्य ७४-१२० भट्टारक अभय चन्द्र ७४-८०, भट्टारक शुभचन्द्र ८०-८४ भट्टारक रत्न चन्द्र ८४-८८, श्रीगाल ८८-१५, ब्रह्म जयसागर ६५-६६ कविवर गणेश ६६-१०२, सुमतिसागर. १०२-१०५, दामोदर १०५-१०६, कल्यारणसागर १०६, पाणंदसागर १०६,

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