Book Title: Bhagavana Mahavira Hindi English Jain Shabdakosha
Author(s): Chandanamati Mata
Publisher: Digambar Jain Trilok Shodh Sansthan
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भगवान महावीर हिन्दी-अंग्रेजी जनावोश
मौद्गलायन पौद्गलायन - Manigalāyana. Name of great Jain Achanw in the stream of Lord Parchevan eth. A type of Inacthuis! माधान पार्श्वनाथ को शिष्य परम्परा हर एक बड़े जैनाचार्य,
सकियाचादी के 84 भेदों एक भेद । मौन -Maana
To keep silent or mum, externally & internally नकाब अर्थात् बह को बधन भभि को छोडकर अंतरंग की बचन प्रवृत्ति को गी पूर्ण रूप से छोड देना मौनवृत्ति - Afournaurtti.
A vow to keep silence. मान वा कारण कर लेना। मौन व्रत - Murt Vrata.
Avaw to keep silence. कुछ सपय-सीमा विशेष के लिए मौन रहना। पौनाध्ययन वृत्ति - Maurithveeserna Vriti To study sllentty. काय पाप्ति पर्यत गुरु के स मौगायक अध्ययन करना। मौर्यपुत्र - Mauryapuara. Name of a chief disciple of Lord Mahavira. भगवान् महावीर के एक गधरणा नाम: मौर्य-पौण्डेय - Maurya-Maurdeya. The 5th & Bth chlef disciples of Lord Mahavira. सीकर महाबीर के ये एवं छल गणघर का नाम । मौर्यवंश-Mauryavarinfo. Name of a dynasty Initiated by a king, Chandragupt Maurya. राजा संरगुप्त मौर्य द्वारा स्थापित एक यंत्र। अपर नाग मुरुड।। मौलि-Mauli Crown with great lustre possessed by celestial beings. दैदीप्यमान बुकुट. इसे स्वर्ग के देवगरण करते है। म्लेच्छ -Mercha.
Particuler parts of earth according la Jalna phl Jasoptry. Non Aryan or unclvilised persona. uncultured. विजयाच पर्वतय गंगा, सिंधु नदियों के कारण भरतक्षेत्र के छह खण्डहो गये, इनमें से दक्षिण वाला मध्यखण्ड आर्यखण्ड है एवं अन्य पति सचखण्ड कहलाते है. मनुष्य जाति का एक भेद जो सदाचार, धर्म कर्म क्रियाओं से हीन होते है। अन्तदीपज
और वार्मभूमिज इसके दो भेद हैं। म्लेच्छ खंड-Mercha Kinanda. Puticular parts of earth according to Jaina philofophy whore Michchha people live संच्या मया की आवास भूमि।
य-Ya. The twenty sixth consonant of the Dermagari byliabary. देनारी वर्णमाला का छातीसवाँ ध्यंजन अक्षर इसका उधारण
मान तालु है। यंत्र - Yatra. Auspicious mystical diagrams or verbes. Machine. कछ विरित प्रकार के अमर, कम्द या मत्र जो विभिन्न खालिया बनाकर उसमें चित्रित किये जाते है। पूजा, प्रतिष्ठा, विधान
आदि में इनका प्रयोग किया जाता है। यंवपीड़न जीविका - Yantraplruna Jhiket. Livelihoed by.millng prerushing oil aends. तेल निकालने के लिए कोल्ह चलन्ना या सरसा तिल आदिको बोन्ही पिलधाना.निल वगैरह देकर बदले में तेल लेना आदि इस तरह की आजीविका । यंत्रशाला- Yantrasala. Name of a part of the palace of residential del tles.
भवनवासी देवों के भाव में एक गृह । यंशयंत्र - Yarheresa Yarryrs.
A metallic plale engraved with some auspicious myslic dlagrams & words. एक विशेष गंत्र, स्त्रंश यंत्र की विभिन्न रखाकत्तियों में चित्रित रखना। यक्ष - Yakya. A type of peripatetic deities, Demigod. व्यतर देवों के भेदों में एक भेद समक्सरण मैं एवं अति जिन प्रतिमा को यक्ष देव 84 चमर दोरते है। 24 यतमान तीर्थकर भगथलों के 24 शासन या क्रमश: इस प्रकार है-1. गोमुख देव 2 मयकदेव 3. विमुख देव 4. यक्षेश्वर देय 5. ताबुल देव 8. कुसुम देव 7. परनन्दि देव B. विजय देव 9. अजित देव TD.झेश्वर देव 11 कुमार देव 12. षणमुख देव 13. पाताल देव 14. विकार देय 15. किंपुरुष देव 18.गल देव 17.गंधर्व देव 18. महेन्द्रदेव 19. कुबेर देव 20. क्रुपा देश 21. विधुतप्रभ देव 22. सर्वात 23. परणेन्द्र देव 24. मातंग देव। ये 24 यामास तीर्थकर मावन्तों के शासन देव कहलाते है। यावर (सागर तीप)
Yaksavaro (SAgard Dripal, Name of an Island and ocean of middle unlverse. माध्यासोक के अंतिम सोलह द्रोपों में तेरहवां ग्रीप समुद्र । यक्षसम्मोह-Yaksasammoha.
A kind of parpalate daites. पिशाच व्यतरों का एक प्रकार ।