Book Title: Bhagavana  Mahavira Hindi English Jain Shabdakosha
Author(s): Chandanamati Mata
Publisher: Digambar Jain Trilok Shodh Sansthan

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Page 497
________________ रत्नपुरी (तीर्थ) 446 अगवान महावीर हिन्दी-अंग्रेजी जैन शब्दकोश रलपुरी (तीर्थ) - Rurrepuri girturl. एकत, इसमें 343 दिन में 2840वस एव ५ पारपरी Name of a place of pilgrimage, the birth place JIET! of Lord Dharmanath, Situated in the dist. रत्नराशि-Rrummisi Facabad (UP) Sparkling jewels (the 15th dregm-mark of Lord's जीरथ पागवान की जगनगरी का गाम्यह दलणन mother). में उप्र के फैजबाट जित में टिहै। रग्ती पनवती की चमकते हए स+का दर, जो कि तीकर-माता को 15वे गजमोती Eढाकर जगन्द्र भगवान दान करने की प्रतिज्ञा स्पान के रुप में दिखाई देता है जिसका अ पुत्र रणों जान । यहीं पूई थी. इस 'रौनहीं नान से भी ना जाता है। Rोग । रत्नप्रभ - Rolyayurbhee रनवृष्टि - Rarati Name of a summi! situated at Ratat moun Owinely rain of jewels (an auspicious event tein pertaining to the birth of Jaina Lord) स्चवः पर्वत का एक कूट । रत्गवर्ण, तीर्थकरी के भावस्था में आने के नहीं पहले से रलप्रभा - Rormaprabhri. जन्न पर्यन्त 15 नास तक कर माता के आंगन जो रत्नों की Name of the list earth of hell धर्धा करते है। अधोगेक की प्रथम भूमि, रूदि का भाग धनः।। यह एक रत्नश्रवा - Rarastravi. ना BC हजार योजना मोटी है। इसके तीन भाग है-खर भाग. Father's name o1Ravan पंक भाग, अबहुल भाग। इस उर मग, पक भर भवनवासी सुमालीश पुत्र तथा रावण का पिता । और व्यतरा के भवन है और गैसरे भाग (अब्बल) मे पस्नसंचय - Ramesruineaya. नागो के भपत है। Name of a city situated in soulham Viswerth रत्नमती - Nurrtarrierti IT:ountain! It o m Vido TAGION The mother's name ol household lite of the first विजया को दक्षिण देणी एवं पश्चिम विदेश क्षेत्र के नगर का famous Arudra in the 20th century Granini Prannukha 11 Shri Gyanmatl Mataji. She went through a trea TA रत्नसंचया – Ratnanirayd. Ttise 'Padmanandi Panchavinshatika' and ulti Name of the 18" city situaled in Vidch Xxherra mately tumed to the path of salvation and became Arwka Aher the long Joumøy of 13 years (reglon). in asceticism, she got a great holy death with विदेष्ठ क्षेत्र की 32 नगरियों में 18वीं नगरी। Sallekhana prn 15January 1985 alJambudvip in रत्नाकर -Rainikuttt. Hastinapur, in the auspicious presence of Godine The ocean Gyanmati Mataji समुद्र। बौसी सदी की एक प्रद्धि आयिका, जो गणिनी आर्यिका श्री रत्नाकर वर्णी (कवि) - Recnikara VariitKavi). झानम्तो पाताजी के गृहस्थावस्था की माँ थीं। सन् 1914 में इनका जन्म महमदाबाद (जि-सोलापुर. उ.प्र.) में हुआ, इन्सोने Name of a Kannad poel, who wrote Bhartalsh Vaibhav अपने विवाह में पिता से दहेज में प्रात 'घमनन्दी पंचर्यिशतिका' भरतैश वैभव नामक कृति के रचयिता एक कन्नइ कथि | समयप्रन्य का स्वाध्याय करके अपने जीवन को सुसस्कृत किया ई सन् 1651 । जिसके फलस्वरूप इनकी संतानों में भी त्याग के बीज अंकुरित रत्नावतंसिका - Ramararunsiki. हुए। अततः इन्होंने स्व्य भी आर्थिक अवस्था में 13 वर्षों तक शनवय की साधना करके 15 जनवरी 1985 (माघ कृ. नवमी) One of the great jewels of Balbhadra Ram, a wreath. कोहस्तिनापुर में सबूद्वीप स्थल पर गणिनी आर्यिका श्रीमती बलभद्र को प्राप्त 4 महारत्नों में एक रत्न; यह बलपट रन की माताजी के चरण सानिध्य में मल्लेखना विधिपूर्वक एण प्रान माला का नाम है, इसकी 1000 देव रक्षा करते है। लिया। आर्पिका पाता होने के बाद भी उन्होंने जैनधर्म की दीक्षा परम्परा के अनुसार ज्ञानमती माताजी को पुत्री नपानकर 'सदैव लावला मन -Ruthrivali Vrata. में स्वीकार किया और उन्हीं के निर्यापकाचार्य में A vow ar fasting to be observed with particular procedure. सपकानकर समाधि महण की। विधि विशेष साम किया जाने वाला एकवत | इमकी विधि रत्नमाली- Raurtimall. हरिवंश पुराण में देखें। Name of a king of Vid with dynasty. रलि - Ratant विद्याधर वंश का एक राजा । A measurement unit of aree. रत्नमुक्तावली व्रत-Ramantaktavar Vrate क्षेत्र का प्रमाण विशेष । एका हाथ का परिमाण, 2 वितस्ति-1 A particular kind of procedural vow of 284 हाथ। इसमा मूल नाम अरस्नेि।। fastings&59food-takingdays(Parnary.

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