Book Title: Bhagavana  Mahavira Hindi English Jain Shabdakosha
Author(s): Chandanamati Mata
Publisher: Digambar Jain Trilok Shodh Sansthan

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Page 626
________________ सूत्रमम K noteoriasar Lord Mahavir Hindi-English Jain Olctloncry 575 सूरिश्रम सूचीकर्म - Shrikarna. सूत्ररूधि - SHITO RET. Duslining of somethingar needlework. Right perception generated through the अनुरोग की निसक्ति के 5 दृष्टालों में रज ट्रष्टांत। लकडी से scripture listening किसी वस्तु को तैयार करने के लिये पटिले लकड़ी के निरुपयोगी मूत्रसम्यग्दर्शनुनि के नारिंग को सूचित करने यारले भाग को निकालने के लिये उसके ऊपर एक रेखा मैं जो डोरा आयार सूत्र को सुनकर ओ तत्वावधान होता है, उसे सूब डर जाता है, वह सूचीकर्म है। रूधि सम्यग्दर्शन कहा राता है। सूच्यगुल- Stirrityula. सूत्र वचन-Sutra Vicent. A large quantity as a unit of area measurement. Scriplural facts. सेना का एक भेद। अदापल्य के अर्द्धचोद का विरजत अगन वचन या अगम प्रमाण । कर प्रत्येक एक केजर अन्दापल्य रखकर परस्पर गुणा करने सूत्रविसद्ध- Sitra Virurtthar, से जो राशि उत्पन्न हो उसे सच्यंगल कहते हैं। Contrary to scriptural facts. सूतक - Sitaka. जिन्प्रचना आगम (भूत) बचग से विपरीत अथवा अप्रपाण । Impurity caused due to the birth or death of सत्रसप- Sutrestina one. Scnptural knowledge possessed by the लोक व्यपहार में जन्म-मरण के निमित्त से हुई अशुद्धि को सूतक Gandhardry. the chiet disiple of Tirthankar करते हैं सूतक काल में देव पूजा. आहार दान 1. .111 ... किया जाता । तीर्थकर के मुख से निकला पीजपट सूत्र कहलाता है और जो सूत्र -Sura. उस सूत्र में उत्पन्न होता है वह गणघरदेव में मिल भुलजान Origin, formulae, & source of information), s 'सूचस' कहा गया है। precept, A type of code regulating conducts सूत्र सम्यक्त्वार्य-Sutre Sanyakvarya. behaviour, A lype of scriptural knowledge. See-5itra Dariarara. जो अल्प अक्षरों से संयुक्त, सन्देह से रहित है, परमार्थ सहित देखें-पत्र दर्शनार्य । ने एवं ओ ग्रन्थ, तन्तु और व्यवस्था इन सीन अधों को भले सत्र सम्यग्दर्शन-Sara Samyagdarsna. प्रकार से राषित करता है उस बहुअर्थ गर्धित रचना को सूत्र See - Setto Ruri कहते ।। दृष्टियाद अंग के भेदों में दूसरा भेद, इसमें 88 - देखें - सूवधि। . साख पर है. इनमें मिथ्यादर्शन के भेद व 363 एकांतवाद के सूर - Sure. पूर्वपल ककधन है। A great warrior, Name of a country of Hinrar सूत्रकृतांग - Sucrakritingn. Kshetra Arwachuthai (region), Narmeofaking of A part of scriplural knowledge containing Inri dynasty 36,000 stanzas reg.description of soul. भगीय गुप्त से महित अर्थात् सग को सूर कहते है. परत क्षेत्र के पादशारत का दूसरा पेद। इसमें हजार पद है. जिनमें आर्थ राण्ड का एक देश, हरिशी एक राजा, जिसकी रानी स्यसमय और परसमय का वर्णन किया गया है। सुरसुन्दरी थी तथा इनके पुत्र राजा अन्धकष्टिथे। सूरदर्शनार्य - Srrra Derfantirya. सरकीर्ति-Sirakirti A type of noble persons. Name of a Rhestariat of Nand group दर्शनार्य के 10 बेटों में एक भेद। मुनियों के दीक्षादि का वर्णन नदिसंघलात्कारगण बारां गादी के एक भट्टारका भाषनंदि के करने वाले आचागंग आदि आचार सूत्रको सुनकर जो सम्यग्दर्शन शिष्य, विद्यारद के गुप्त। समय मि. 1167 । को प्राप्त होने के सूत्र दर्शनार्य है। सूरवत-Sundatia. सूत्रपाड़ - Sitrapithure, Name of the 9th chiel disciple of Lord Nameat agreatearly canon written byAcharya Rishabhdev Kundkund. कमयान ऋषभदेव के 84 गणपर्श में गणधर । आचार्य कन्द (६.127-179) कृतशामजानया सम्यान सरसेन - samana विषयक 27 प्राकृत गाथाबद्ध प्रयास पर आदार्थ श्रुतसागर Father's name af Lord Kunthunala. 181473-1533) कृत संस्कृत टीका और पं. जयचन्द ठाबहा तीर्धकार कुनघुनाथ के पिता, इमकी रानी श्रीकान्ता भी। (1.1887) कृत भाषा वधनिका उपलब्ध है। सूणिम - Shriprabha. सूत्रमणि - Surrariuni. The 9th Yirthankar (Jelna-Lord) of Videh Ksheina Name of a female deity of Nitundvor summit of (region). Ruchak mountaln. विदेह व 20 तीर्थकरों में 9वें तीर्थकर | सषक पर्वत के नित्योपोत पूर पर रहने वाली विद्युत्कुमारी देवी।

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