Book Title: Bhagavana  Mahavira Hindi English Jain Shabdakosha
Author(s): Chandanamati Mata
Publisher: Digambar Jain Trilok Shodh Sansthan

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Page 633
________________ स्थापना पूजा 5B2 भगवान महावीर हिन्दी-अंग्रेजी जैन शब्दकोश स्थापना पूजा -Sthāpani Pijd. स्थिति - Sthiri. Consecralionalworthla Soniatinn, Circumstancsa, Karmic stale (reg. वीतराग प्रतिमा में अठन्त आदि का स्थापना करके जो पूजा की - duration of karmary. जाती है वह स्थापना पूजा है। महरना, कमों के अवस्थान काल का नाम स्थिति है। स्थापना निक्षेप -Sthapana Niyepa. स्थिति अपसरण -Sthitipasarona. Installation of a real form into ils artificial one Reduction In duration of bound Karms, धात, काष्ठ, पाषाण आदि की प्रतिमा तथा अन्य पदार्थों में यह को की स्थिति का क्रप से घटना । वह है इस प्रकार की कल्पना करना स्थापना निक्षेप है। स्थितिकरण - Sthitikurane. स्थापना मंगल-Sthipani tangala Re-sleadiness of ana in roligion (a part of right Idols of Lord Anhant (Brtificial & natural form) perception). जिन भगवान जो अकृत्रिन और कृत्रिम प्रतिबिम्ब है, वे सर सम्यग्दर्शन के 8 अगों में एक अग। धर्म से विचलित डोते हर जीवों स्थापना मंगल है। को या स्वयक धर्म गे पुन: दृढ़ करना स्थितिकरण अग है। स्थापना सत्य-Sthapatni Satyt. स्थितिकान्य-Sthitikalpa. Rrual installation of Lord Arihant in artificial Ten types of code of conduct for & saint. idols. ठाबहार साधु के 10 स्थितिकल्प है। अवेलकत्य, उहिष्ट भोजन ओ अईन्स आदि पंच परमेष्ठी की पावाग या पातु आदि की का त्याग, शय्याधरपिंसत्याग, यसतिका बनपाने या सुधरवाने प्रतिमा में स्थापना की जाती है वह स्थापना स्त्र है। वाले के द्वारा दिये जाने वाले आतार एवं उपकरण का त्याग, स्थापना स्तव - Sthapana Stava राजपिंड का त्याग, अतिकर्म अर्थात माधुओं की बिनय गुस्सा आदि करना, तसा जिसे स्वरूप मालूम है उसे ही व्रत देना. Hymning the idols al Lord Arihant. डिनेन्द्र मंगवान के गुणों को धारण करने वाली जिन-प्रतिमाओं ज्येष्ठ क विनय करना, प्रलिक मण, मासकवासता, योग के स्वरूप का कीर्तन करना स्थापना नत्तय है। (वर्षाकाल में चातुर्मास)। स्थिति कांडक घात-Sthiti Kirindaka Ghrita, स्थावर - Stihdvare. Immobile or stallc beings like earth, walor, air, A lype of desiruction of Karmic sales. fire & plants (one-sensed). विवक्षित स्थिति समूहका धार करना स्थिति काण्डकघात है। स्थावर नामकर्म के उदय से जीव स्थावर महलाते हैं। ग्थाबर यह एक अन्तर्मुसूर्त में निम्न होता है। जीव एक स्पईन इन्द्रिय के द्वारा ही जानता, देखल, साता स्थिति माय-Sthiti Kawa. इसलिये उसे एकेन्द्रिय स्थाटर जय कता है। इनके पाँच भेद Destruction at karmic states. हूँ- पृथिवीकाय, जलकाय, अग्निकाय, वायुकाय और वनस्पति कर्मों की स्थिति का घात होना । काय । स्थिति खंड- sthiti Kharida. स्थावर जीव - Sthavara Jiva. Desiructian ol Karmi binding with soul. Transmigratory slate at soul (reg. Imnablle or ऊपर के कर्म नियकों को नीचे के निवेकरूप परिणया कर स्थिति static beings like earth, water, fire, air & plants). ECATI इस्पावरों के पदों में एक मेद । जो जीय पहले शरीर को स्थिति घात-Sthiri Chain. छोड़कर स्थावरों में जन्म लेने के लिये जा रहा है. जातक वह Destruction of Karmic time duration. स्थावरों को अपने शरीर रूप से ग्रहण नहीं कर लेता, तब तक अपकर्षण। आय को छोड़कर शेष कोका अनुभाग को बिना भी उसी जीव को स्थावर जीव वाहते है। स्थितिघास होता है और आयु को छोड़कर सेवकों का स्थावर क्शक-Sthāvaraasaka. स्थितियात के बिना भी अनुभागघात होता है। Particular ten types of Karmic natures related स्थिति तप- sthiti Tapa. lo Immobile beings. A type of austerity. स्थावर सुरुम, अपर्याप्त, साधारण, अस्थिर, अनुम, धर्मग, कायालेश तप का एक मेद। . स्वर, अनादेय, अयश:कीर्ति ये नामकान की 10 असियों स्थितिबंध-Shiti Betirdha. स्थावर दशक कहलाती है। Binding period of Karmot With soul. स्थावर शरीर नामकर्म प्रकृति कर्मबंध के भेदों में एक भेद। लामों में कषायों के अनुसार Sthcar Sarina Nidmar Prati पर्यादा का पड़ना। अध्यात अपने स्वभाव को नहीं छोड़ते हुए Physique making farmi nalure causing birth जितने काल तक कर्म आत्मा के साथ रहने उसे स्थिति as one-benked balng. जिसके उदय से एकेन्द्रियों में उत्पचि होती है वह स्थावर नामकर्म पारा है।

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