Book Title: Bhagavana  Mahavira Hindi English Jain Shabdakosha
Author(s): Chandanamati Mata
Publisher: Digambar Jain Trilok Shodh Sansthan

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Page 591
________________ सदृश एकत्व उपचार 540 भगवान महावीर हिन्दी-अंग्रेजी जैन शब्दकोश हो जाता है यह अमदश स्पाय है। अथवा वीव का शानरूप पवन, मकान । परिणाम परिणामन करता हुआ प्रतिसमय शामरूप ही रहा है सघजात - Sadyajita. यही तानत्वरूप जाति का उल्लघन नहीं करन से मदृश्य का Immediately producad or prepared. उदाहरण । तत्काल उत्पत्र । सश एकरव उपचार - Sadriu Ekatva Upacāra. सद्रप - Sadripa. A type of conventional or figuralive usage of Property of sameness or similarity. sameness for the matters having similaritles. सस्ट में पाये जाने वाले अनेक प्रमों में एक धर्म-सदशधर्म | एक प्रकारका उपचार। एह पी गौ है छह पी गौ थी। यहां धर्म सद्वेध -Sutvedya. में एकत्व के कारण पर्पिों में एकत्व का उपचार किया है। Karmas causing pleasure. सदश तद् उपचार - Sadrse Tad Upachra. साना वेदनीय कर्म । A type of wrang Interpretation for one or address सनक-Sureka. ing one wrongly (a type of conventional or figu Craze. A whim, eccentricity, Name of a Sandhya rative usage). thinker तदान में तत् का उपचार। गाड़ी वाले पुरुष को गाड़ी कहना था उन्माद, किसी बाद की पुन, एक सौख्य विचारक 1 लादो वातं पुरुष को लाठिया कहना । सनत्कुमार चक्रवती - Sanatkunirn Cakravarti. सदगृहित्य क्रिया - Sadgrhitvakriyi. Namns of the 4* Chatrrivarri (amperor) among A type of auspicious activity, perlomming roll all 12. gious observances for splrituality 12 चक्रवर्तियों में चौथे चक्रवर्ती। राजा अनंतवीर्य रानी सहदेवी कर्बन्दयादि 7 क्रियाओं में एक क्रिया। मजातिपरम स्थान को का पुत्र, आयु सीन लाख वर्ष की थी, शिवगुप्त मुनि से दीक्षा प्राप्त करने के पश्चात् मदमहस्व रूप दितीय परम स्थान की। ले इन्होंने मोक्ष प्राप्त किया। प्राप्ति तेनु मृहस्थ्य का देव गृला आदि, कर्मों का. करम, .:. मत्य, शौच, शांति, दम आदि गुणों से युक्त होना था समानार य - Sivatitumara Deva. न्यायमार्ग में अपने प्रात्मा के गुणों का उत्कर्ष प्रगट करना । Name of the Indm of third heaver (Samankumar) तीसरे मनकुमार स्वर्ग के इन्द्र भगवान के जन्मकल्याणक में सर्प कथा - Studdhanta Katha. माहेन्द्र इन्द्र के साथ पंथर यते ।। Religious tales far moral & spiritual develop सनातन - Sanarane. mont. जिसमें जीवो को स्वर्गादि अभ्युदय तथा मोक्ष की प्राप्ति होती ASinkhiya thinker, Immemorial or alernal. है. वास्तव में वही पर्म कहलाना है। इससे सम्बन्ध रखने एक ख्यि विचारक, प्राचीन काल से चला आता हुआ क्रम। वाली जो कया है उसे मर्म कया करते है। सन्त्रासन -Saundranri. सद्धाविसंवाद - Saddharnavistinvada. Aunlt of area measurement. Nat keeping harmony with fellow brothers. क्षेत्र का एक प्रमाण विशेष अवसवासन =1 सशासन । माधी भाइयों से लड़ाई झगड़ा ऐसा नहीं करना अचौर्य व्रत सत्रिकर्ष -Sarnnikarsa. की 5 भावनाओं में अंतिम भावना है। Drawing near, close together, Another name of सद्भाव - Sadbhawa. DvaishangShrutgyan (12 parts of acriptural knowledge). Good or virtuous disposition of good feelings. इन्दिय का विषय से संबंध, समीप साना-सामीप्य, प्रवचन अव्या भाव, मैत्री. मेलमोल । मनिकर्ष, अतहान का अपरनाम। जिसमें पचन सत्रिकृट होते सदभाव स्थापना-Sutbhavasthapana. है, वह प्रवचन मत्रिकर्व रूप से प्रसिद्ध द्वादशांग श्रमशान है। Installing right imagination of something in an अधन्यव उसका पेदका ख्य, क्षेत्र, काल एवं भावों में से artificial form. किसी एक को विवक्षित करके उसमें शेष पद क्या उत्कट है. तयकार स्थापना, जिसका जैसा आकार अथवा रूप हो वैरा क्या अनुस्कृतम्या अपत्य है और क्या अजमन्य है, इस वि उसकी मूर्ति में संकल्प अथवा संकल्पना करना । प्रकार की जो परीक्षा की जाती है वह मणिकर्ष 1 सद्भुत व्यवहार नय सनिधिकरण -Sarnidhikarina. Sadbhūta Vwavukāra Naya. Drawing near, Visionery Installation of Lord in A slandpaint describing something with differ heart while worshipping. erialan in virtuos and virtuous one. सम्मुख या निकर हॉना सत्रिधिकरण है। पूषा करते समय mm और गणी में भेद करके कान करने पास सवधूत उपाय को अपने पदय में बितामा सत्रिधिकरण कहलाता है। व्यवहार जय है। पूजा के 5 अंगों में तीसरा अंग । सद-Sulirum House, palace. Income

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