Book Title: Bhagavana  Mahavira Hindi English Jain Shabdakosha
Author(s): Chandanamati Mata
Publisher: Digambar Jain Trilok Shodh Sansthan

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Page 607
________________ सांसारिक सुख 556 भगवान महावीर हिन्दी-अंग्रेजी जैन शब्चकोश गले हैं। की जाने वाली विविध प्रकार की अभ्यर्थना और प्रतस्क म्यय सांसारिक सुख - Siristirika,mkha. हा- वाली असल्यान- गुणी कमें नी निर्जरा, माक्षात प्रत्यक्ष Worldly sensual pleasures लोनिक या इन्द्रियजन्य सुक्छ। यह मारा इन्द्रिय विषयक मामा सागर - Sitgaret. जाता है. इसलिए यह क्याल सुनाभसही नहीं, किन्तु निःसंदहOcean, Sea. Name of the main questioner in the assembly of Lord Arinath साकांक्ष अनशन - Sitkatrnkya Anasarit. माइ, मध्यलोक में दीपों की वेष्टित करते हुए एक के पी.डे A type of auslenty (tasting) to be observed for एक असंख्यात सागर हैं। तीर्थकर, अभिनाथ का मुख्य प्रश्नकर्ता some specific time periods. सागर (गणित)-Siyara (Ganita). अवधृत काल अनशन तप अर्थात निकालोग उपवास। इसके A mathematical measuring unit of Ten Kombeni बहन. अपन, दाम. दादश, पंद्रह दिन, एक मास. कनकावली, Petlyr (reg. Lokottarmtitnit-transcendental mathगुरज, सिंहनिष्क्रीडित इत्यादि जा भद जहां है. वह सज साकाक्ष emalics) अनशन तय है। लोकोसा गणितीय शि-दस कोडाकोड़ी पल्य प्रमाण काल । साकार उपयांग - Sakiralipaynge. सागर सिद्ध- Sagarm Sidditer. Conscious knowledge (sensory. scriptural, clas Beings to be salvated from ocean. voyance, Telepathic etc.). समुद्र से सिद्ध होने गले डीघ, ये स्तोक होते हैं । सानोच्योग पति, श्रुत, अवपि और अनःपर्ययज्ञान के द्वारा जो सागार - Sagara अपने अपने विषय का विशेष ज्ञान होता है उसे साकार उपयोग Householders, lay followers. कहने । गृल्म। गृह में रहने गले गृहस्वधर्म पसका अर्थात सकस साकार मंत्रभेद - SikareMantrabhrda. परिमह सहित घर में रहने वाले भागार कहलाते है। An intraclion of vow of true speech-la expose ITE UHIG - Sigara Dhurrampt. the secret of others with the intention of their Name of a book willen by Pandit Ashadhar. insult पं. आशापर (ई. 1173-1243) पारा रचित संस्कृत सत्यापन का एक अतिचार, चचा कथा मुकाउसोक- पाध्याय और आकति आदि से दसरे के मन की बात को जानकर इसलिए लोकते। प्रकट कर देना कि उसकी बदनामी हो । सागरोपम - SagaropUICE साकार स्थापना - Sakarm Sthapruil. A transcendenlat hme unit. If the representative and the represented are काल का एक प्रमाण। कई बार सागर प्रमाण काल का एक similar in ligure. then, such instellation are called सागरोपम कात होता है। एक उदार सागर 10 कोडाकोड़ी Sant Srhaparna. उदार पयों का कहा गया है । सदकार स्थापना निक्षेप: पाषाण या षात् की बनी हई तदाकार प्रतिबिम्न में जिनेन्द्र भगवान की या इन्द्र की स्थापना करना सात गारव - Shia Girava. हदाकर स्थापना है। Proud of worldly pleasuta, गारत (पगड) के सीन भेदों शब्द गारप, यदि गारव, सात साकेता - Saketit. गरब में एक गेद। मुझे बहुत मुख साता है, मेरे जैसा कोई Another name of Ayodhya (birth place of Lord पुण्यवान नहीं है. एसा अभिमान करना मात गारव है या Adinalh. Ajitrath, Abhinandannath, Sumalinath रसयुत मोजन प्राप्त करके उसमे उत्पन सुख का अभिमान BAnantnath). भात क्षेत्र की एक नगरी। अपरनाम अयोध्या। तीर्थकर आदिनाथ, करना सात या रस-गारम है। अजितनाथ, अभिनंदननाथ, सुपतिनाथ, अनंतनाग की उन्म सात जय - Scita Naya. नरहरी । Saven particular kinds of standpoints. माक्षर शब्द-Saksura Subedu. नंगम. संग्रह, व्यवहार, अबुसूफ, सद, समभिरूद और एवंभूत Syllabary language के नय है। मनुष्यों की भाषा साक्षरी तथा पशु-पक्षियों की निरक्षरी तोसी है। सात पय -Sitra Bhuyt. साक्षात् प्र Saksit Pratyaksa Hene. Savon kinds of lears. A direct cause causing immediate result as the सहलोक, परलोक. अमर, अगुपिट, मरण, वंदना और आकस्मिक evolution of knowledge with destruction of is- Hin 4 TIONance सातवीं पृथिवी - shravim Pythivi. प्रत्यक्ष त के हो भेर्दो एक भेद। अडान मा पिनाश, The hellish earth. ज्ञानरूपी दिवाकर की उत्पत्ति, देव मनुष्यादिका के वास निरन्तर महाल. पभा नामकी नरक पुत्थिती. या हजार पोषन मोटी

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