Book Title: Bhagavana  Mahavira Hindi English Jain Shabdakosha
Author(s): Chandanamati Mata
Publisher: Digambar Jain Trilok Shodh Sansthan

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Page 590
________________ Lord Mahavir Hindi-English Jain Dictionary सत्यधर्म - Satyadharma. One of the 10 particular religious observancesto speak truly दशलक्षण धर्मों में एक धर्म ओ पुनि दूसरे को क्ले पहुंचान वाले वचनों को छेड़कर अपने और दूसरे का हल करने वाले वचन कहता है उसके सत्यधर्म होता है। अथवा सज्जन पुरुषों के साथ खेल वचन बोलना सत्यधर्म है । सत्यप्रवाद Satyaprovada. A part of early canons (the 6 part of Purvagat Sfirus) containing description of 12 types of lan guages & 10 types of speeches. पूर्वगत श्रुत का छठ भेद। इसमें एक करोड़ पद हैं, जिसमें 12 प्रकार की भाषाएँ तथा 10 प्रकार के वचनों का कथन किया गया है । सत्यभामा - Saryabhari. The daughter of Vidyadhar king Suketu, she was married to Shrikrishna. विद्याधर राजा सुकेतु एवं रानी स्वयंप्रभा की पुत्री इसक विवाह श्रीकृष्ण से हुआ, सुभानु इसका पुत्र था। अंत में दीक्षा धारण की । सत्यमनोयोग - Saryananayoga. Vibration in soul points for having right knowl edge. मनोयोग के 4 भेदों में एक भेद यथार्थ पदार्थों के ज्ञान उत्प करने की शक्ति लिये भाव मन की बेष्टा रूप योग से आत्मप्रदेशों का सकम्प होना अत्य मनोयोग है। सत्यमित्र - Satyamitra Name of the 41 chief disciple of Lord Rishabhdev. 639 भगवान ऋषभदेव के 47 वे गणबर । सत्यवचन योग - Satyavacana Yoga. Vibration in soul points caused by true speech. सत्यवचन के 4 भेदों में एक भेदः सत्यवचन की प्रवृत्ति में आत्मा के प्रदेशों का सकम्प होना । सत्य महाव्रत - Satya Mahüvrata. Great vow of true speech (right speaking according to texts). रागद्वेष या मोह से प्रेरित जैन साधुओं द्वारा सब प्रकार के इट वचनों का त्याग करना और आगम के अनुरूप बोलना प्राथ महावत है । सत्यशासनपरीक्षा Satynsñsanapariksä. Name of a Irealise wrillen by Acharya Vidyanandi. चार्य विद्यानंद (ई. 975-800) द्वारा रचित संस्कृत भाषा बद्ध न्यायविषयक अन्य इसमें न्याय पूर्वक जिनशासन की स्थापना की गयी है। - सत्त्व - Sarwa Earth, water fire & air are called Sarrva पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु इन चार को मत्त्व कहते I सदा उत्पाद सत्त्व - Surrya. Existence, Essenca, Vilal energy इसका सामान्य अर्थ अस्तित्व है। पर में इसका प्रयोग जीवों में थचारोग्य कर्म प्रकृतियों के अति में किया जाता है. कम बंधने के बाद जब तक उदय में आकर विवक्षित कर्म के निषेक पूर्णरूपेण झन नहीं आते तब तक उस कर्म की सत्ता कही जाती है । सत्य त्रिभंगी Saver Tribhangi Name of a treatise written by Acharya Kanaknandi. → आचार्य कनकनंदि] (ई.339) कृत 50 गाथा प्रमाण कर्म विषयक ग्रंथ । सत्वामसरण Sarvapasarana. Regression of Kermic nature. कर्म प्रकृतियों का मना में घटना या अपसरण हो सत्संगति - Satsangati. pany late pan सज्जन पुरुषों की भगति। मनुष्य सज्जन के महवास से सज्जन एवं दुर्जन के सहवास से दुष्ट बनता है । सदर चक्क - Sadara Cauka. Quartet of particular 4 types of Karmic nature (Tiryanch Gani Tirvarharyanpurvi, Tiryanch Avt. Ristyear). निर्थचति तिर्यचगत्यानुपूर्वी, तिचा और उद्योत इन 4 कर्म प्रकृतियों को सदर चठक कहते हैं। सदयस्था रूप उपशम - Sadavastha Ripa Upajama. Kurmas la be matured in futura. वर्तमान काल को छोड़कर आगामी काल में उदय में आने वाले कर्मों का सत्ता में रहना सदाचैन - Sadürcoma. Regular worshipping पूजा के 4 भेदों में एक भेद। अपरनाम नित्यमह है, प्रतिदिन की बग्ने वाली पूजन । सदासुखदास - Sakarekhaalasa. Name of a wnler (@ Pandir) who has written commentary of many great Jaina books. जयपुर निवासी एक पंडित भगवती आराधना की भाषा वदनिका, समयसार नाटक टीका तत्त्वार्थ सूत्र की लघु टीका, रत्नकरण्ड श्रावकाचार की टीका, अकलंक स्टोन मृत्यु महोत्सव संस्कृत टीका आदि के कर्ता सगच- 795-1866 | सदृश - Sandria Similar, The same, One of the 88 planets. समान एक जाति के, 88 यहाँ में 32वां ग्रह | सदृश उत्पाद - Sadrra Urpiula. Unchangeable properties of any matter (even In any kind of production). जैसे परिणयन करती अग्नि उष्ण की उष्ण ही रहती है यह सदृश उत्पाद है और आप का फल हरितवर्ण से पीतवर्ण ए

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