Book Title: Atmashikshabhavnaprakasha Granth
Author(s): Buddhisagar
Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal

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Page 16
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १५ ०-१२-० acc0 ० - ० २०० ६६-७२ शुद्धोपयोग वि० संस्कृत ग्रंथ ४ १८० ७३-७७ संघ कर्तव्य वि० संस्कृत ग्रंथ ५ १६८ ७८ लाला लजपतराय अने जैनधर्म १०० ७९ चिन्तामणि. ८०-८१ जैनधर्म अने स्वीस्तिधमनो मुकाबलो नथा जैनस्वीस्ती संवाद. २२० १-०-० ८२ सत्यस्वरूप ८-१२-० ८३ ध्यानविचार. ८४ आत्मशक्तिप्रकाश. ०-४-० ८५ मांवत्सरिक क्षमापना. ०--३-० ८६ आत्मदर्शन (मणिचंद्रजीकृत सजायो) नुं विवेचन. १५० ०-४-० ८७ जन धार्मिक शंका समाधान ५५ ०-२-० ८८ कन्याविक्रय निषेध तथा बाल लग्न निषेध २२० ८६ आत्मशिक्षाभावना प्रकाश. ०-७-० ६० आत्मप्रकाश. ૯૧ ગુજરાતી શેક વિનાશક. ૯૨ તત્ત્વવિચાર. 0 4 छपाता ग्रन्थो. १ जैन श्रे० ग्रंथनामावलि. ६ जीवक प्रबोध. २ श्री देवचंद्रजी निर्वाणरास ७ परमात्मदर्शनं. श्रीमद् (देवचंद्र जीवनचरित्र) ८ अध्यात्मगीता. For Private And Personal Use Only

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