Book Title: Vidhi Marg Prapa
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy
View full book text
________________
११९
विधिप्रपागतविषयानुक्रमणिका ३४ देसविरइपायच्छित्तं ८८-९३ ३६ ठवणायरियपइट्ठाविही
११४ - आलोयणगहणविहीपगरणं ९३-९७ ३७ मुद्राविधि
११४-११६ ३५ प इहा विही
९७-११४ ३८ चउसट्ठिजोगिणीउवसमप्पयार - प्रतिष्ठाविधिसंग्रहगाथा १०३ ३९ तित्थजत्ताविही
११८ - अधिवासनाधिकार
४० तिहिविही नन्द्यावर्तलेखनविधि ४१ अंगविजासिद्धिविही
११९ - जलानयनविधि कलशारोपणविधि
- ग्रन्थप्रशस्ति
१२० ध्वजारोपणविधि
१०९
- ग्रन्थकारकृत देवपूजाविधि १२१-११७ - प्रतिष्ठोपकरणसंग्रह
१०९
- जिनप्रभसूरिकृता प्राभातिकनामावली १२८ - कूर्मप्रतिष्ठाविधि
११० -- , स्तुतित्रोटकादिस्तोत्र १२९-१३१ -प्रतिष्ठासंग्रहकाव्यानि
- विधिप्रपाग्रन्थान्तर्गत-अवतरणात्मक- प्रतिष्ठाविधिगाथा
पद्यानां अकारादिक्रमेण सूचिः १३२-१३४ - कथारनकोशीय ध्वजारोपण विधि ११४ - विशेषनाम्नां सूचिः
१०८
१११ ११२
१३५
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 ... 186