Book Title: Vibhakti Samvad Author(s): Atmaramji Maharaj Publisher: Lala Sitaram Jain View full book textPage 6
________________ चित्रपरिचय लुधियाना निवासी स्वर्गीय चौधरी संतलाल जी साहब सुप्रसिद्ध चौधरी मल्लीमल जी के सुपुत्र थे । आपका जीवन अनेक सद्गुणों से अलंकृत था। सरलता तो आपका विशेष गुण था । आप हंसमुख और मृदुभाषी थे। समाजसेवा को आपके हृदय में खूब लगन थी। आपने जीवनकाल में समाजसेवा के लिए हजारों रुपयों का दान किया। ६२५) देकर जैनशास्त्रमाला लाहौर के सदस्य बने । लुधियाना की जैन कन्यापाठशाला, जैन मॉडल स्कूल आदि संस्थाओं का दानरूप जल से आप सदा सिञ्चन करते रहे । लुधियाना जैन बिरादरी के आप आधारस्तम्भ समझे जाते थे। __ चौधरी साहब के सुयोग्य पुत्र लाला सीताराम, बाबू ओमप्रकाश और बाबू श्यामलाल धार्मिक जीवन में अपने पूज्य पिता का अनुकरण कर रहे हैं । धर्मोत्साह के कारण ही जैन बिरादरी लुधियाना ने लाला सीताराम जी को बिरादरी का चौधरी नियुक्त किया हुआ है। स्वर्गीय चौधरी जी की धर्मपत्नी श्रीमती भाग्यवती देवी अपने सुपुत्रों को धर्म कार्यों के लिए सदा प्रेरित और उत्साहित करती रहती हैं। प्रत्येक व्यक्ति को दानादि धर्म कार्यों में इस धार्मिक परिवार का अनुकरण करना चाहिए । रत्नचन्द्र जैन, एम. ए., न्यायतीर्थ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.comPage Navigation
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