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दर्शन के भेद दर्शन - ज्ञान का व्यापार
163 मनः पर्ययज्ञान की उत्पत्ति का क्रम वेदनीय कर्म के भेद आत्मा का सुख गुण मोहनीय कर्म के भेद कषायों के उत्कृष्ट-जघन्य स्थान के दृष्टांत आयु कर्म के भेद नाम कर्म के भेद | नाम कर्म की 14 पिण्ड प्रकृतियाँ
शरीर, बंधन, संघात में अन्तर संस्थान के भेद संहनन के भेद किस संहनन सहित मरकर जीव कहाँ जन्म ले सकता है? 170
किस जीव के कौन-सा संहनन होता है? - 11 नाम कर्म की 8 प्रत्येक प्रकृतियाँ
आतप, उद्योत, उष्ण नामकर्म में अन्तर | 11 नाम कर्म के 10 जोड़े
पर्याप्ति का स्वरूप व भेद अपर्याप्त के प्रकार
गोत्र कर्म के भेद 13.. अंतराय कर्म के भेद | 14-20 | मूल कर्म जघन्य उत्कृष्ट स्थिति बंध व आबाधा
शेष जीवों की उत्कृष्ट कर्म स्थिति बंध उत्तर प्रकृति उत्कृष्ट स्थिति बंध
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