________________
112
विषय-वस्तु
आस्रव
योग आस्रव है
आस्रव के भेद
- योग अपेक्षा
- स्वामी अपेक्षा
- साम्परायिक आस्रव के 39 भेद
आस्रव में हीन - अधिकता के कारण
अधिकरण और उसके भेद
8 कर्मों में प्रत्येक के आस्रव
| के कारण
- ज्ञानावरण और दर्शनावरण
- वेदनीय
- मोहनीय
- आयु
नाम
- गोत्र
- अंतराय
-
षष्ठ अध्याय
Jain Education International
सूत्र क्रमांक कुल सूत्र पृष्ठ संख्या
1-2
3
4
5
6
7-9
10
.11-12
15-21
22-24
25-26
2
27
कुल
1
1
1
1
3
13-14 2
1
2
7
3
2
1
27
For Personal & Private Use Only
113-114
114
115
116-118
118
119-120
121
121-122
123
124-125
126-127
128
129
www.jainelibrary.org