Book Title: Tattvartha Sutra
Author(s): Puja Prakash Chhabda
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
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216
दसवाँ अध्याय
11
मूल प्रकृति
उत्तरप्रकृतियों
सख्या
10
|
1] | 2 | 14
|
चारित्र मोहनीय - संज्वलन लोभ दर्शनावरण - निद्रा, प्रचला 5 ज्ञानावरण - पाँचों 5 अंतराय 4 दर्शनावरण |- निद्राओं के अलावा शेष 4'
- पाँचों
14
72
1वेदनीय
1 गोत्र
70 नामकर्म
1वेदनीय 1 गोत्र 1 आयु 10 नाम कर्म
|- कोई भी एक . | - नीच गोत्र | - अन्य स्थानों में क्षय प्रकृतियों के
अलावा शेष सभी - कोई भी एक | - उच्च गोत्र - मनुष्यायु | - मनुष्य गति-मनुष्य गत्यानुपूर्वी पंचेन्द्रिय जाति, त्रस, बादर, पर्याप्त, सुभग, आदेय, यशःकीर्ति, तीर्थंकर
कुल | 145
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