Book Title: Tattvartha Sutra
Author(s): Puja Prakash Chhabda
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 206
________________ 183 AaleTHE (नवम अध्याय विषय वस्तु सूत्र क्रमांक कुल सूत्र पूछ संख्या संवर का लक्षण व कारण __1- 2 2 . 184,186-188| निर्जरा का कारण 3 1 | 187-188 संवर प्रकरण गुप्ति, समिति, धर्म, अनुप्रेक्षा 4-7 189-191 परीषहजय 8-17 .] 10 | 192-195 चारित्र | 18 | 1 195-196 निर्जरा प्रकरण बाह्य तप के नाम _ 19 | 1 | 197-198 आभ्यन्तर तप के नाम व भेद | 20-21 | 2 199 प्रायश्चित्त, विनय, वैयावृत्त्य, स्वाध्याय, व्युत्सर्ग के भेद 22-26 200-202 ध्यान 27-44 | 18 202-208 -ध्याता, ध्यान, ध्यान का काल 202 - ध्यान के भेद व फल 28-29 203 - आर्त ध्यान 30-34 204-205 | - रौद्र ध्यान 204-205 | - धर्म्य ध्यान 206 - शुक्ल ध्यान 37-44 206-208 निर्जरा विशेषता 45 1 209 निर्ग्रन्थ के भेद व विशेषता 46-47 ] 2 . 210-212 कुल । 47 27 35 36 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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