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- स्नातक
- निर्ग्रथ
- प्रतिसेवना
- बकुश
- कषाय
कुशील
- पुलाक
संयम स्थान की तारतम्यता
निग्रंथों के भेद
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5
ज
जघन्य
नवम अध्याय
उ
ந
I M
ज
संयमस्थान
उ
5
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|ज =
उ =
f
. एक ही
उ
उत्कृष्ट
* सभी के जघन्य से उत्कृष्ट तक असंख्यात संगमस्थान होते हैं। * स्नातक अर्थात् केवली का एक ही संगमस्थान होता है।
कु
जघन्य
उत्कृष्ट
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