Book Title: Subodh Samachari Author(s): Macchindracharya Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund View full book textPage 5
________________ ॥श्री अहम् ॥ श्रेष्ठि-देवचंद्र-लालभाई-जैनपुस्तकोद्धार-ग्रन्थाङ्के. श्रीमच्छ्रीचन्द्राचार्यसंकलिता सामाचारी. नमिऊण तिलोयगुरुं लोयालोयप्पयासयं वीरं । __ विन्भमविणासहेउं गुट्ठाणविहिं पवक्खामि ॥ १॥ सम्मत्तविहि १ परिग्गह २ पडिमा ३ उवहाण ४ माल ५ भेय तवा ६ । जइ ७ सावय ८पजंताऽऽराहणविहिकहणमह नेयं ॥२॥ पवजा ९ उवाण १० लोय ११ पडिक्कमण १२ सूरि १३ उज्झाय १४ । मयहरि १५ गणस्सऽणुन्ना १६ जोगविही १७ होइ नायव्वा ॥३॥ अचित्तसंजयाणं परिठवणं १८ पोसहं १९ पइट्टा य २०॥ अणुपरिवाडीऍ इमे वीसं दाराणि पयडाणि ॥४॥ स्म १८ पास पयडा" नायब्वा ॥३॥ पारवाडीऍ इमेवीपासह १९ पहा Ein Education inter! For Private & Personal Use Only Pow.jainelibrary.orgPage Navigation
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