Book Title: Sramana 2013 04
Author(s): Ashokkumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 24
________________ ४३. ४४. ४५. ४६. जैन अंग-आगम में वासुदेव....: 17 तते णं से सोमिले कालं करेइ एवं वयासी- एस णं देवाणुप्पिया से सोमिले पाणेहिं कड्डावेइ, भूमिं पाणिएणं अब्भोक्खावेइ, अब्भोक्खावेत्ता बणुपविट्ठे । -अन्तकृद्दशांग सूत्र, आ. आत्माराम जी म., पृ. १९७। अन्तकृद्दशांगसूत्र, पंचम वर्ग, प्रथम अध्ययन, व्या. आत्माराम जी, पृ. २४७। भुज्जो-भुज्जो बलदेव-वासुदेवा य पवरपुरिसा महाबलपरक्कमा महाधणुवियट्टगा महासत्तसागरा दुद्धरा धणुद्धरा णरवसहा। -प्रश्नव्याकरण सूत्र, सम्पा. प्रवर्तक अमर मुनि जी म., पद्म प्रकाशन, नरेला मण्डी, दिल्ली, २००८, पृ. १९३। मेहुणसणणसंपगिद्ध य मोहभरिया सत्थेहिं हणंति एक्कमेक्कं... विउलमोहामिभूयसण्णा तथा मेहुणंमूलं य सूव्वए... मोहवससण्णिविठ्ठा । इत्यादि । - वही, पृ.२१६,२१९। सन्दर्भ ग्रन्थ सूची : १. अंगसुत्ताणि, भाग-१, ३, सम्पा. आ. महाप्रज्ञ, जैन विश्वभारती, लाडनूँ १९९२ । २. अग्निपुराण, अनु. तारिणीश झा, हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग १९८५। ३. अन्तकृद्दशांगसूत्र, आ. आत्माराम जी म., आचार्य श्री आत्माराम जैन प्रकाशन समिति, लुधियाना, सम्वत् १९७०। ४. अन्तकृद्दशांगसूत्र, सम्पा. युवाचार्य मधुकर मुनि, आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर तृ. सं. २०००। ५. उत्तराध्ययनसूत्र, सम्पा. डॉ. राजेन्द्र मुनि, युनिवर्सिटी पब्लिकेशन, नई दिल्ली, १९९७ । ६. ऋग्वेद, सम्पा. गोविन्द चन्द्र पाण्डेय, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद २००८ । ७. ऐतरेय आरण्यक, सम्पा. राजेन्द्र लाल मित्र, कोलकाता, १९८३। ८. कूर्मपुराण, सम्पा. रामचन्द्र वर्मा, धर्मग्रंथ प्रकाशन, दिल्ली १९८३ । ९. गरुड़ पुराण, सम्पा., चन्द्रशेखर शास्त्री, भार्गव बुक डिपो, चौक, वाराणसी। . छान्दोग्योपनिषद्, सम्पा. रंगनाथ कट्टि, शंकरनारायण अडिग, पूर्ण प्रज्ञ संशोधन मन्दिर, बैंगलौर २००४। १०. ११.ठाणं और समवायंगसुत्तं, सम्पा. मुनि जम्बूविजयजी, महावीर जैन विद्यालय, मुम्बई, १९८५ । १२. देवीपुराण, सम्पा. देवनन्दप्रसाद यादव, लालबहादुरशास्त्री केन्द्रीय संस्कृत विद्यापीठ, दिल्ली १९७६। १३. नायाधम्मकहाओ, सम्पा. प्रवर्तक श्री अमर मुनि जी म. पद्म प्रकाशन, नरेला मण्डी, दिल्ली, २००८। १४. नारदपुराण, अनु. तारिणीश झा, हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग १९९०। १५. निरयावलिकासूत्रम्,सम्पा. श्री घासीलाल जी म., स्थानकवासी जैन कार्यालय, पंचभाइनी पोल अहमदाबाद, १९४८।

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