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98 : श्रमण, वर्ष 64, अंक 2 / अप्रैल-जून 2013 हेतु समग्र जैन सम्प्रदायों (श्वेताम्बर मूर्तिपूजक, स्थानकवासी, तेरापंथी एवं दिगम्बर सम्प्रदायों) के लगभग १५ हजार से अधिक जैन साधु-साध्वियों के प्रतिवर्ष होने वाले चातुर्मास एवं समाज की सभी गतिविधियों की सम्पूर्ण जानकारियाँ प्रदान करने हेतु विश्व विख्यात, निष्पक्ष, भारत के सम्पूर्ण जैन समाज की एकमात्र पूर्ण एवं प्रामाणिक ऐतिहासिक पत्रिका समग्र जैन चातुर्मास सूची का विगत ३४ वर्षों से प्रतिवर्ष नियमित प्रकाशन किया जाता रहा है। इससे जैन समाज काफी लाभान्वित हो रहा है। साधु-साध्वियों के २०१३ में स्वीकृत होने वाले चातुर्मासों एवं समाज की सभी गतिविधियों की जानकारियों से युक्त “समग्र जैन चातुर्मास सूची २०१३" पृष्ठ ६००, मुम्बई स्थानकवासी जैन चातुर्मास सूची (गुजराती पाकेट बुक) पृष्ठ ५०० एवं रंगीन चार्ट के साथ ३५वें अंक का प्रकाशन करने का निश्चित किया गया है। अतः आपसे निवेदन है कि आपके गाँव/शहर/कस्बे/उपनगरों में जिन पूज्य जैन गच्छ नायक आचायों, साधु-साध्वियों के २०१३ वर्ष के चातुर्मास स्वीकृत हुए हैं, उन सभी संत-सतियों के चातुर्मास की जानकारियाँ नीचे लिखे पते पर भिजवाने की कृपा करावें, ताकि चातुर्मास प्रारम्भ हो तक इनका प्रकाशन हो सके। सम्पर्क सूत्रः- बाबूलाल जैन ‘उज्ज्वल' संपादक
१०५, तिरुपति अपार्टमेंन्टस, आकुर्ली क्रोस रोड नं.१, कांदिवली (पूर्व), मुंबई ४००१०१ टेलीफैक्स: (०२२) २८८७ १२७८ मोबाइल नं.: ९३२४५२१२७८
Email: ujjwal prakashan@gmail.com पंजाब उपप्रवर्तिनी विदुषी महासती पू. श्री सरिता श्री जी म.सा. का वाहन दुर्घटना में गोलोकवासः श्रमणसंघ के भीष्म पितामह, तपस्वी रत्न पूज्य श्री सुमति प्रकाश जी म.सा. की अन्तेवासिनी पू.श्री विजयाश्री जी म.सा. की सुशिष्या पू.श्री सरिता जी म.सा. का एक जून २०१३ को वाहन दुर्घटना में कालधर्म को प्राप्त हो गयीं, पू.म.सा. महाराष्ट्र के अहमदनगर से चातुर्मास स्थल पुणे की ओर विहार कर रहीं थीं। मार्ग में कामरगाँव घाट के पास राजमार्ग पर वाहन ने टक्कर मार दी। उन्हें आनन्द जी चिकित्सालय लाया परन्तु मार्ग में ही उनके प्राण पखेरु उड़ चुके थे। आपके असामयिक निधन से जो क्षति हुई है उसकी पूर्ति सम्भव नहीं।
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