________________
(२४)
का यह संस्करण स्थविरवादी अभिधर्म के अध्येताओं के लिए उपादेय सिद्ध होगा।
___ बहुत सावधान रहने पर भी किसी ग्रन्थ के सम्पादनादि कार्य में कुछ त्रुटियों के होने की सम्भावना रहती है। अत: विद्वत्समाज इसके लिए सम्पादक को क्षमा प्रदान करने का अनुग्रह अवश्य करेगा।
भवतु सब्बमङ्गलं
लक्ष्मीनारायण तिवारी
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org