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जन
1939
प्रस्तुत की गई है। इसके अतिरिक्त 'श्री न्यायाम्भोनिधि जैनाचार्य श्रीमद्विजयानंद सूरि'. ले.श्रीपृथ्वीराज जैन, एवं मुनिश्री नविनचंद्रवि.म. कृत "श्रीमद्विजयानंद सूरिः जीवन और कार्य-"आदिमें भी प्रायः इसी सारिणी पर आधारित कृति सारिणी पेश की है-जो निम्नलिखित रूपमें प्राप्त होती है--- गद्यकृति आरम्भ
सम्पन्न समय स्थान
समय स्थान १ बृहत् नवतत्त्व संग्रह
ई.स.१८६७ . बिनौली ई.स.१८६८ बड़ौत जैन तत्त्वादर्श
ई.स.१८८० गुजरांवाला ई.स.१८८१ होशियारपुर ३ अज्ञान तिमिर भास्कर
ई.स.१८८२ अंबाला ई.स.१८८५ खंभात सम्यक्त्व शल्योद्धार
ई.स.१८८४ अहमदाबाद ई.स.१८८४ अहमदाबाद जैन मत वृक्ष
ई.स.१८८५ सूरत ई.स.१८८५ सूरत ६ चतुर्थ स्तुति निर्णय-भा-१ ई.स.१८८७ राधनपुर ई.स.१८८७ राधनपुर ७ चतुर्थ स्तुति निर्णय-भा-२ ई.स.१८९१ पट्टी ई.स.१८९१ पट्टी ८ श्री जैनधर्म विषयक प्रश्नोत्तर ई.स.१८८८ पालनपुर ई.स १८८८ पालनपुर ९ चिकागो प्रश्नोत्तर
ई.स.१८९२ अमृतसर ई.स.१८९२ अमृतसर १० तत्त्व निर्णय प्रासाद
ई.स.१८९४ जीरा ई.स.१८९६ गुजरांवाला ११ ईसाई-मत-समीक्षा १२ जैन धर्मका स्वरूप १३ आत्म-वीर-ग्रन्थमाला अन्तर्गत ग्रन्थांक-३ "प्रश्नोत्तर संग्रह" (डॉ.होर्नलके प्रश्नों के उत्तर) संकलन-पू.श्री भक्तिविजयजीम.सा.; प्रका.श्री जैन आत्म-वीर सभा-भावनगर ई.स.१९१५। १४ नवतत्त्व (संक्षिप्त) पद्यकृतियाँ
समय
रचना स्थान १ श्री आत्मबावनी (उपदेशबावनी)
ई.स. १८७०
बिनौली २ श्री आत्मानंद जिन चौबीसी
ई.स. १८७३
अंबाला ३ सत्रह भेदी पूजा
ई.स. १८८२
अंबाला ४ बीस स्थानक पूजा
ई.स. १८८३
बिकानेर ५ अष्ट प्रकारी पूजा
ई.स. १८८६
पालीताना नवपदजी पूजा
ई.स. १८९१ ७ स्नात्र पूजा
ई.स. १८९३ जंडियाला गुरु ८ आत्म विलास स्तवनाली ई.स. १९१३ प्रका. सुमेरमलजी सुराणा-श्री आत्मानंद सभाभावनगर (२४ तीर्थंकर एवं विविध तीर्थस्तवन, बारह भावना, फूटकल पदादि संग्रह)
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पट्टी
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