Book Title: Rajnighantu Ssahito Dhanvantariya Nighantu
Author(s): Harinarayan Aapte
Publisher: Anandashram Mudranalay
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४०
धन्वन्तरीयनिघण्टुराजनिघण्टुस्थशब्दाना
ग
गिरिमल्लिका-~~-कुटजः
-रीठाकरः गुणकर्णिका-ऐन्द्री गिरिमृद्भवम् गैरिकम् गुच्छवूशूरविग्रह:-भृतृणः । गुणक:-करवीरः गिरिरम्भा--गिरिकदली गुच्छः ३२६
गुणत्रयलक्षणम् ४१४ गिरिवासी-हस्तिकन्दः गुच्छ: ४३०
गुणप्रिया-अतिविषा गिरिसानुगम्-त्रायमाणा
गुच्छाल:-भूतृणः गुणप्रिया-दन्ती गिरिसानुजम्-त्रायमाणा
गुच्छाहकन्दः ३५२ गुणसू:-कार्पासी गिरिसिन्दूरः-(सिन्दूरवि
गुच्छी-गुच्छकरत्रः गुणा ४२५ शेषः) ११६ गिरिः-तित्तिरिः गुन्ना ४२६,४३८
गुणाढ्यक:--अङ्कोटः गुञ्जा-उच्चटा गिरिः-पर्वतः
गुणाढ्यशालि:---व्रीहिः गुजा-उपविषम्
गुणाधिकम्म रीचम गुञ्जा-औषधप्रमाणम् गीलता--तेजस्विनी
गुणारिका–बबुरी गीर्वाणकुसुमम्-लवङ्गम् गुजा-चूडामाणः
गुणोज्ज्वला—यथिका गुञ्जा-रक्तिका गी:-वाचा
गुण्ठः २२ गुडजा-यावनाली
गुण्डकन्दः ३६२ गुडतृण:--इक्षुः गुग्गुलुः १२०
गुण्डः ३६२ गुडपुष्पः---मधुकः गुग्गुलु: ४२६,४३१,४३५,४३९ गुडफलम्ब दरम्
गुण्डा-काशः गुग्गुलुः -भूमिजः गुडफल:-कतकम्
गुण्डाख्यः-स्नुक् गुच्छकणिशः–रागी गुडफल:---पील:
गुण्डा-गुण्डासिनी गुच्छकरञ्जः १९२ गुडफल:-बदरम्
गुण्डाला ३४३ गुच्छक:-गुच्छः
गुडमञ्जरी-जिङ्गिणी गुण्डाला-गुण्डासिनी गुच्छदन्तिका-कदली गुडः १५९
गुण्डासिनी ३६३ गुच्छपत्रः-करीरः गुडाशयः-आक्षोड:
गुण्डुरूकी-व्रीहिः गुच्छपत्रः--ताल:
गुडाश्रयः-आक्षोड: गुण्डूग्रन्थि-मुस्ता गुच्छपुच्छकः--गुच्छकर नः गुडा---जुक
गुदकीला:-अर्श गुच्छपुष्पक:-रीठाकर नः
गुडूचिका-गुडूची गुदम् -ककुन्दरादीनि गुच्छपुष्प:--सप्तपर्णः गुडाचिका-चन्द्रा
गुदाकुराः-अशः गुच्छपुष्पी-धातुकी
गुडचिका-ज्वरारिः गुच्छपुष्पी-सिगृडी
गुद्रुडा-यावनाली गुच्छफल.-क्षीरी
गुडची ७, ४२२, ४२५ गुन्द्रा-मृदुदर्भः गुच्छफल:-रीठाकर अः
गुडूची ४३१,४३२,४३३,४३६ गुप्तगन्धि—एलवालुकम् गुच्छफला-अग्निदमनी
४३७,४३८,४३८,४३९,४३९ गुप्तस्नेहः-अङ्कोट: गुच्छफला--कदली
४४०,४४०,४४० गुप्ता—कपिकच्छ्रः गुच्छफला-काकमाची
गुडूची-नागकुमारी गुप्ताङ्ग:-कच्छपः गुच्छफला--द्राक्षा
गुडुची-लागली गुरडकः-व्रीहिः गुच्छफला-निष्पावी
गुडची—वत्सादनी गुच्छबुध्ना-गुण्डाला
गुडूच्यादिस्तृतीयो वर्गः गुरु-त्रपु गुच्छबूः-भृतृणम्
३२९ गुरुबीज:--मसृरिका गुच्छमलका-गुण्डासिनी गुडोद्भवा---शर्करा गुरुरत्नम् —पुष्परागः
गुरुतण्डुला-ब्रीहिः
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