Book Title: Rajnighantu Ssahito Dhanvantariya Nighantu
Author(s): Harinarayan Aapte
Publisher: Anandashram Mudranalay

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Page 534
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धन्वन्तरीयनिघण्टुराजनिघण्टुस्थशब्दाना पिण्डमूलकम्-पिण्डमूलम् पिण्डमूलम् १४१ पिण्डरोहिणक:--विकङ्कतः पिण्डसंज्ञकम्-हरितालम् पिण्डहिगु-नाडीहिगुः पिण्डम्-बोलम् पिण्डम् --लोहम् पिण्डा ४३८ पिण्डा-----कस्तूरिका पिण्डातकः-मदनः पिण्डामृता-गुडूची पिण्डायसम्---लोहम् पिण्डालु-गुडूची पिण्डालु:-कन्दग्रन्थी पिण्डाहा--नाडीहिगुः पिण्डिका--जङ्घा पिण्डिका-श्वेताम्ली पिण्डित:-तुरुष्कः पिण्डिनी ४२७ पिण्डीतकः---मदनः पिण्डीतगरकम्त गरम् पिण्डीपुष्पः-अशोकः पिण्डी–मदनः पिण्याकम् ४२५ पिण्याकम् ४३६ पिण्याकः-तुरुष्कः पिण्याकः तैलकिटम् पितजोत्तमः-धान्यमाषः पितृतर्पणपवित्रः-तिल: पिटप्रसू:-आतपादयः पितृप्रियः ४२७ पिप्रियः-भृङ्गराजः पित्तगुणाः ४१४ पित्तद्रावी-मधुजम्बीरः पित्तद्रुमः-सरल: पित्तभेषजम्-मसूरिका पित्तरक्तम्-रक्तपित्तम् पित्तलकम्-रीतिका पित्तलम्-रीतिका पित्तला-शालिपर्णी पिष्टोण्डि:-श्वेताम्ली पित्तवल्लभा-अतिविषापिष्टौडि:----श्वेताम्ली | पित्तशोणितम्-रक्तपित्तम् पिष्टौण्डि:----श्वेताम्ली पित्तम् २६२ - पी. पित्तम्-त्रिगुणाः पीटकम्-अभ्रकम् | पित्तारि:-पर्पट: पीडम्-शरीरम् पित्तारिः-बर्बरिकम् पीडिका-जङ्घा पित्तारि:-लाक्षा पीतकद्रुमः-हरिद्रुः पित्तास्रम्-रक्तपित्तम् पीतकरवीरकः--करवीरः पित्ता-हरिद्रा पीतकम्-अभ्रकम् पित्र्यम्-मधु पीतकम्—कालीयकम् पित्र्यः-धान्यमाषः पीतकम्-काष्ठागरु पिनाकम्-अभ्रकम् पीतकम्-कुङ्कुमम् पिपतिषः-पक्षी पीतकम्-गृञ्जनम् पिपासा-तृष्णादयः पीतकम् --गृञ्जरम् पिपीलकः-पिपीलिका पीतकम्-दारुहरिद्रा पिपील:--पिपीलिका पीतकम्—पद्मकः पिपीलिका ४०४ पीतकम्-रीतिका पिप्पलः १८४ पीतकम्-सुवर्णम् पिप्पल:-पुष्यम् ३२७ पीतकम्-हरितालम् पिप्पल:-बोधिवृक्षः पीतकम्-हेममाक्षिकम् पिप्पलिका–पिप्पल: पीतकः-किङ्किरातः पिप्पलि:-शौण्डी पीतकः-तृणिः पिप्पली ८४,४२१ पीतक:--स्योनाकः पिप्पली ४२८,४३०,४३१,४३७ पीतकः-हरिद्रुः ४३८,४४० पीतकाष्ठम्-कालीयकम् पिप्पली-कटुका पीतकाष्ठः-हरिद्रुः पिप्पलीमूलम्-मूलम् पीतकलिका-आवर्तकी पिप्पली वनादिपिप्पली पीतकीला आवर्तकी पिम्परिः-प्लक्षः पीतगन्धम्—कालायकम् पियाल: ४३६ पीतचन्दनम्—कालीयकम् पिशाचीगन्धमांसी पीतचन्दनम्—दारुहरिद्रा पिशितम्-आमिषम् पीततण्डुला—सर्पतनुः पिशिता-मांसी पीततण्डुल:--प्रियङ्गः पिशुनम् ४२४ पीततृणिकः-तृणिः पिशुनम्-कुङ्कुमम् पीततेला-तेजस्विनी पिशुना-स्पृक्का पीतदारु-दारुहरिद्रा पिष्टकम्-पललम् पातदारुः ४४० पिष्टिकोद्भवम्-पलाशगन्धा पोतदारुः–हरिद्रुः For Private and Personal Use Only

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