Book Title: Rajnighantu Ssahito Dhanvantariya Nighantu
Author(s): Harinarayan Aapte
Publisher: Anandashram Mudranalay

View full book text
Previous | Next

Page 535
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वर्णानुक्रमणिका। पीतदुग्धा-क्षीरिणी पीतद्रुः-दारुहरिद्रा पीतद्रुः—सरल: पीतधरा-वना पीतनकः ४२२ पीतनकः ४२८ पीतनकः-आम्रातकः पीतनिर्गुण्डी ४३२ पीतपादकः-स्योनाकः पीतपादः-टिटिभी पीतपादा-गोराटिका पीतपुष्पम् आहुल्यम् पीतपुष्पः--कोविदारः पीतपुष्पः-चम्पकः पीतपुष्पा-आढकी पीतपुष्पा-~-आवर्तकी पीतपुष्पा-करका पीतपुष्पा-कोशातकी पीतपुष्पा-झिझिरीटा पीतपुष्पा-धामार्गवः पीतपुष्पा–महाबला पीतपुष्पी-ऐन्द्री पीतपुष्पीका-वालुकम् पीतपुष्पी–पुसम् पीतपुष्पी–महाबला पीतपुष्पी-शणपुष्पी पीतप्रसवः-करवीरः पीतप्रसवः-धत्तुरः पतिफल:-कारः पीतबीजा-मेथिका पीतभद्रकः-किङ्किरातः पीतभृङ्गराजः १३६ पीतमणिः-पुष्परागः पीतमण्डूकः–मण्डूकः पीतमाक्षिकम्-हेममाक्षिकम् पीतमुद्गः ४३६ पीतमुद्राः--कुलित्थः पीतमूलकम्-गृञ्जरम् पीतयुथिका ४३९ पीतयूथिका—यूथिका पीतयूथी-यूथिका पीतरक्तः–पद्मकः पीतरक्त:-पुष्परागः पातरम्भा-सुवर्णकदली पीतरागम्-सिक्थकम् पीतवर्णकम्-शीर्णवृत्तम् पीतवर्णम्-कालेयकम् पीतवृक्षः-स्योनाक: पीतसा-कर्कटी पीतसारकः-निम्ब: पीतसारः–अङ्कोटः पीतसार:-तरुष्कः पीतस्फटिकः-पुष्परागः पीतस्फोट:-संचार्यादयः पीतम्-कालीयकम् पीतम्-कुसुम्भम् पीतम्-पद्मकः पीतम्--पद्मकेसरम् पीतम्-हरितालम् पीत:-अकोट: पीतः-गैरिपाषाणः पीतः-पुष्पराग: पीत:-मत्स्यपित्तः पीतः-शाखोटः पीतः-सैरेयकः पीता ४२१ पीताङ्ग:-मण्डूकः पीताङ्गः स्योनाकः पीता-तेजस्विनी पीता--दारुहरिद्रा पीता-प्रियङ्गः पीताभम्----जीरकम् पीता-रोचना पीता-वनबीजपूरकः पीता-शिंशपा पीताश्मा---पुष्परागः पीता-सुवर्णकदली पीता-हरिदा पीताम्-दारुहरिद्रा पीतिका-कृष्माण्डिका पीतिका-यूथिका पीतिका-शतपुष्पा पीतिका-हरिद्रा पीतिः–पानम् पीनत्वदम्—बृंहणादिनामानि पीनस:--प्रतिश्यायः पीनस्कन्धः--महिषः पीनस्कन्धः-सूकरः पीयूषम्-दुग्धम् पीलुकः--पीलुः पीलुनी-मूर्वा पालुपत्रः-मोरटः पीलुपी ४२१ पीलुपी ४३७ पीलुपी-बिम्बी पालुपर्णी-मूर्वा पीलुपुष्पः—मोरटः पीलुः १७८ पीलु:-कलभवल्लभः पीलूकः-तिन्दुकः पीवरा-अश्वगन्धा पीवरी—शतावरी पुगल:-मत्स्यः पुङ्गवः-ऋषभः पुङ्गवः–बलीवर्दः पुच्छविषाणिका ४३५ पुटकन्दः-कोलकन्दः पुटम्-जातीफलम् पुटम् व्याघ्रनखम् पुटा–भद्रेला पुटालु:-कोलकन्दः पुण्डरीककः ४३० पुण्डरीकम् १६४ पुण्डरीकः-कुष्ठम् पुण्डरीकः-दमनम् पुण्डरीकः-व्याघ्रः पुण्डरीकम्-प्रपौण्डरीकम् For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612 613 614 615 616 617 618 619