Book Title: Rajnighantu Ssahito Dhanvantariya Nighantu
Author(s): Harinarayan Aapte
Publisher: Anandashram Mudranalay
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जयन्तिका ४३२ जयन्तिका -हरिद्रा
जयन्ती ४२७, ४२८,४३३ जयन्ती - बलामोटा
जयन्ती - हरिद्रा जयपालम् - उपविषम् जयपाल : --- रेचक :
जया ४२८,४३६
जया - अग्निमन्थः
जया—कपिकच्छुः जया - दूर्वा
जया -- धूसरी
जयापुष्पम् ४२९ जया - बलामोटा जयावहा -- दन्ती जयावहानीलिनी
जया - शमी
जया - हरीतकी
जयावा - अरणी
जरटी—गमटिका
जरडी-गमटिका
जरणडुमः ३६४ जरणम् — हिङ्गु
जरणः ४२२
जरण: ४२९
:- जीरकम्
जरण:--
जरणा ४३२
जरणा ---कृष्णः
जरती - वृद्धा जरन् – वृद्धनामानि जरायु: - अभिजार: जरायु:-नाम्यादीनि जरालक्ष्म-पलितम्
जर्जर : - वृद्धनामानि जर्तिल: ४२२
जर्तिल:- तिल: जलकपोतकः - जलपारावतः जलकपोतकः - पारावतः
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वर्णानुक्रमणिका ।
जलकाकः ४०४
जलकाकः काकः
| जलकाम: - वेतसः
| जलकामुका - कुटुम्बिनी
जलकुकुटक: ४०५
| जलजन्तुः -- मत्स्यः
| जलजम्बू: ४३९
| जलजम् ४३०
| जलजम्--कमलम्
जलजम् जलमुस्तम् जलजम्-लवणारम् -शङ्खः जलज : -- शालि:
जलज:
जलज: -- हिज्जल:
जलजा--क्लीतनकम्
जलजीविनी —-जलूका
जलद: १७७
जलद :- पानीयम्
जलद:- मुस्ता
जलदः - शङ्खः जलदागमः ४१७
| जलदागमः -- वर्षाः
| जलधरः -- तिनिस:
| जलनी-मञ्जिष्ठा
| जलनीली - जलमुस्तम् जलपक्षिमांसम् ३९२
| जलपक्षी-ठिकः
| जलपाद: - हंसः
जलपारावतः ४०४ जलपारावतः पारावतः
जलपिप्पली १४७ जलपिप्पली ४३७,४३७ | जलपिप्पली - महाराष्ट्री | जलप्राणी - मत्स्यः | जलबिन्दुजा - यावनाली जलभूः - जलपिप्पली | जलमधूकः - जलदः जलमीन: मत्स्यः
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जलमुस्तम् १६ जलवल्ली - राङ्गाटक: | जलवासम् — उशीरम् जलवासः-~~-~-विष्णुकन्दः जलवासा -- गुण्डासिनी जलविक्रमा-सलकी जलवेतसः ४३०, ४३७,४३९ जलवेतसः -- वानीर:
जलवेतसः -- वेतसः जलवेतसः - व्याधिघातः जलव्याल:- -मत्स्यः
| जलशायी ४०६ जलशायी—कुकुटः जलशायी -- जलकुक्कुटकः
जलशायी—— टिट्टिभी
| जलसर्प : जलशायी जलसर्प:- सर्पः
| जलसंभवः -- वानीरः
| जलसाघतिवासकः (?) –ठिकः जलसारी --- ठिकः जलस्था दूर्वा
| जलस्थितः --- कुकुटः
| जलस्थित : --- जलकुक्कुटकः
जलम् - पानीयम्
जलम् — पेयम्
जलम् —वालकम् जलाख्यक : -- जलदः जला दण्डी - ब्रह्मदण्डी जलामोदम् — उशीरम् | जलालुः – पानीयालुः जलालकम् — पद्ममूलम् | जलावहः- मुस्ता | जलाशया-गुण्डाला जलाश्रयम्-लाभजकम् | जलाश्रय: - ईहामृग: जलाश्रयः – गुण्डः जलाश्रया - गर्मोटिका जलाश्रया गुण्डाला जलाश्रया - धर्मान्तिः

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