Book Title: Rajnighantu Ssahito Dhanvantariya Nighantu
Author(s): Harinarayan Aapte
Publisher: Anandashram Mudranalay

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Page 515
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra दासी --- काकजङ्घा दासरेकः — उनः दाहककाष्टम् -- दाहागर दाहकः कालः दाहनी-धातुकी दाहः -- दाहादयः दाहागरु ९९ दाहादयः ४१० दि. दिक् ४१८ दिक्प्रसादा-चक्षुष्या दिग्लक्षणम् ४१८ दिनज्योतिः - आतपादयः दिनप्रभा - आतपादयः दिनभाग:- प्रहरः दिन :- अहोरात्रादयः दिनादिः -- प्रातः दिनान्तः - आतपादयः दिनांशकः -- प्रहरः दिवस : - अहोरात्रादयः दिवसात्ययः - आतपादयः दिवा - अहोरात्रादयः दिवान्धः---उलूकः दिवान्धः - घृकः दिवारात्र: -- अहोरात्रादयः दिविजम् -- हरिचन्दनम् दिव्यगन्धः - गन्धकः दिव्यगन्धः -- बृहच्चञ्चुः दिव्यगन्धा-भला दिव्यचन्दनम् — लवङ्गम् दिव्यतुम्बी-भूतुम्बी दिव्यतेजात्राह्मी दिव्यपञ्चामृतम् —–पञ्चामृतम् दिव्यपुष्प:- करवीरः दिव्यपुष्प:- चम्पकः दिव्यपुष्पी - महाद्रोणा दिव्यरसः - पारदः दिव्यलता-मूर्वा www.kobatirth.org वर्णानुक्रमणिका । | दिव्यसारः- सर्जकः दिव्यम् — लवङ्गम् दिव्यम् - हरिचन्दनम् | दिव्यः -अक्षता | दिव्य:-गुग्गुलुः दिव्या दूर्वा दिव्या—बाह्मी | दिव्या-वन्ध्यकर्कोटकी | दिव्या - हरीतकी | दिव्योदकम् - पानीयम् | दिष्टः कालत्रयम् दी. | दीनम ---तगरम् | दीपकः कासमर्दः | दीपक:-- जीरकम् | दीपक:- यवानी | दीपन:- पलाण्डुः | दीपनः - पलाण्डुः दीपनी--पाठा | दीपनी-मेथिका " " दीपनी यवानी दीपनीयः - यवानी दीपनीया - यवानी | दीपवृक्ष:-- सरल: | दीपिका - मेथिका | दीपिका-यवानी |दीप्तकम् - कांस्यम् दीप्तपिङ्गलः -- सिंहः | दीप्तलोचन: -- बिडाल: | दीप्तम्- कांस्यम् दीप्तम् - रत्नसामान्यम् दीप्तम्- सुवर्णम् दीप्तम्-हिगु दीप्तः सिंहः दीप्ता- कलिकारी दीप्ता -- ज्योतिष्मती दीप्ता--सातला | दीप्तिकः -- दुग्धपाषाणः For Private and Personal Use Only Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir | दीप्तिः - आतपादयः | दीप्ति: लाक्षा | दीप्तोपलः—सूर्यकान्तः दीप्यकम् ४३६ | दीप्यकम् - यवानी दीप्यकः ४३१ | दीप्यक:- अजमोदा दीप्यक:- यवानी दीप्यकाः ४३१ | दीप्यम् — जीरकम् दीप्यः - जीरकम् दीप्यः - निम्बूकः दीप्यः - यवानी | दीप्यः — शुक्लः दीप्या १७९ दीप्या—उपकुञ्जी दीर्घकणा -- शुक्लः दीर्घकण्टः — बर्बुरः ६३ | दीर्घकन्दकम् – मूलकम् | दीर्घकन्दः –—–—मुखः लुः दीर्घकन्दिका मुसलीकन्दः | दीर्घकम् -- जीरकम् | दीर्घकंधरा -- बलाका दीर्घकः — शिग्रुः | दीर्घक:- शुक्लः दीर्घकाण्ड : - गुण्ड: दीर्घकाण्डा-वत्सादनी दीर्घकाल :- अङ्कोटः | दीर्घकीटः षड्बिन्दुकीट: | दीर्घकीलकः - अङ्कोट : | दीर्घकीलकः -- अङ्कोल : | दीर्घकूरकम् — व्रीहिः | दीर्घकृष्णा — त्रीहिः | दीर्घकेशः -- ऋक्षः दीर्घकेश:- काकः दीर्घकेशी - ऋक्षः दीर्घगतिः --- उष्ट्र: दीर्घग्रन्थिः - श्रेयसी दीर्घग्रीवः उष्ट्रः | दीर्घग्रीवः - क्रौञ्चः

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