Book Title: Prakrit Katha Sahitya Parishilan
Author(s): Prem Suman Jain
Publisher: Sanghi Prakashan Jaipur

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Page 79
________________ कथाओं में अहिंसा दृष्टि/69 19. जैन-कहानियाँ-भाग 7, कथा 9 20. अज्झमिका नगरी का शिलालेख 21. विपाकसूत्र, दुखविपाक, अ.8 22. (i) समराइच्च-कहाः सांस्कृतिक अध्ययन-डॉ. झिनकू यादव, (ii) हरिभद्र के प्राकृत कथा साहित्य का आलोचनात्मक परिशीलन-डॉ. नेमिचन्द्र जैन, शास्त्री, (iii) कुवलयमालाकहा का सांस्कृतिक अध्ययन-डॉ. प्रेमसुमन जैन। 23. अन्तकृद्दशांग, तृतीय अध्ययन, वर्ग 6 24. जैन कहानियाँ भाग 2, कथा 3 25. कहारयणकोस, भाग 2, कथानक 34; जैन-कथामाला, भाग 38, 26. (i) यशस्तिलक का सांस्कृतिक अध्ययनः- डॉ गोकुलवन्द्र जैन (ii) यशस्तितक एण्ड इंडियन कल्चर- डॉ. हिन्दिकी 27. जैन कहानियाँ, भाग 2 कथा 9 28. बृहत्कल्पभाष्य, 1-3014 29. निशीथचूर्णि पृ. 100 30. निशीथचूर्णि 2860 Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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