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वचन-युक्ति से सन्तुष्ट हुआ
वयणजुत्तीए संतुट्ठो नरिंदो वहाएसं
राजा
वध के आदेश को
निसेहिऊणं पारितोसिअं
[(वयण)-(जुत्ति) 3/1] (संतुट्ठ) भूक 1/1 अनि (नरिंद) 1/1 [(वह)+ (आएस)] [(वह)-(आएस) 2/1] (निसेह) संकृ (पारितोसिअ) 2/1
अव्यय (दच्चा) संकृ अनि (त) 1/1 स (अमंगलिय) 1/1 वि (संतोस) भू 3/1 अक
रद्द करके पारितोषिक
और देकर
दच्चा
वह
अमांगलिक भी
अमंगलियं संतोसी
सन्तुष्ट हुआ
प्राकृत गद्य-पद्य सौरभ
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