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भणियं
जेण जीविया सो
कहा गया जिसके द्वारा जिलाया गया
वह जन्म हेतुत्व के कारण
(भण) भूकृ 1/1 (ज) 3/1 स (जीव) प्रे. भूकृ 1/1 (त) 1/1 स [(जम्म)-(हेउ)-(त्तण) 3/1] (पिउ) 1/1 (जाअ) भूकृ 1/1 अनि (ज) 1/1 स [(सह (अ)=साथ)-(जीव) भूकृ 1/1] (त) 1/1 स [(एग)-(जम्म)-(ट्ठाण) 3/1]
जम्महेउत्तणेण पिया जाओ जो सहजीविओ
पिता
हुआ जो
साथ जिया
वह
एगजम्मट्ठाणेण
एक जन्म स्थान होने के कारण
भाई
जो
भाया जो अट्ठीणि गंगामज्झम्मि खिविउं
अस्थियों को गंगा के मध्य में डालने के लिए
गओ
गया
सो
पच्छापुण्णकरणेण
(भाउ) 1/1 (ज) 1/1 स (अट्ठि) 2/2 [(गंगा)-(मज्झ) 7/1] (खिव) हेकृ (गअ) भूकृ 1/1 अनि (त) 1/1 स [(पच्छा(अ)= पीछे)-(पुण्ण)(करण) 3/1] [(पुत्त)-(सम) 1/1 वि] (जाअ) भूकृ 1/1 अनि (ज) 3/1 स
अव्यय (त) 1/1 स (ठाण) 1/1 (रक्ख) भूकृ 1/1 (त) 1/1 सवि (भत्तु) 1/1
वह पीछे पुण्य करने के कारण पुत्र के समान हुआ जिसके द्वारा
पुत्तसमो
जाओ जेण
पुण .
और
वह
स्थान
ठाणं रक्खियं
सो
रक्षा किया गया वह पति
भत्ता
प्राकृत गद्य-पद्य सौरभ
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