________________
गा। . प्रा०
११-अवहि ३७,८३ - अवि
५७-अविउवियाहार
सं० । अवधि अपि
૨૬
अक्रियाहार अविरति अविरत
५०,५१,५६,५७-अविरह
६३-अविरय
हि.. 'अधिज्ञान' नामक ज्ञान विशेष 11५६-११] भी
यक्रिय' और 'आहारक-नामक १ काययोग विशेषको छोड़कर । पार्यों से विरक्त न होना। चौथे गुणस्थानवाला जोय । । 'असत्यमृष' नामक मन तथा । वचनयोग-विशेष [६१-३] . 'असिद्धत्व'-नामक औदायिक
भाय विशेष [१९६-१७] । मनरहित जीव [१०-१६] ।
२४-असच्चमोस
असत्यमृष
असिद्धत्व
६६-असिद्धत्त २,३,१५-२,२३,1
असंज्ञी
२७,३२,३६ -अस(स्स)न्नि
३८,४०-२,४२, ४४,६३,७१.८०
कर्मरन्थ भाग चार
असंख्य
'असंख्य'-नामक गणना-विशेष ।
८०-असंखासंख
असंख्यासंख्य
('असंख्यासंख्यनामक गणना7 विशेष ।