Book Title: Kaise Kare Is Man Ko Kabu
Author(s): Amarmuni
Publisher: Guru Amar Jain Prakashan Samiti

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Page 16
________________ आत्मा और इन्द्रियों का माध्यम है-मन प्रवचनसार आपको पैसे से जितना प्यार है, उतना प्रभु से नहीं, जिस दिन आपका प्रभु से प्यार हो गया, फिर ये मन भटक नहीं सकता, गलत राह पर चल नहीं सकता। जिसने अपने मन को जीत लिया, समझो वो बादशाहों का भी बादशाह हो गया। (14

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