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भौगोलिक दशा
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काञ्चनपुर : जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र में कनकपुर नगर था । २ विजयार्धं पर्वत की दक्षिणी क्षेत्र में कनकपुर नगर था ।
पद्म पुराण में काश्चन नगर
वर्णित है ।"
काञ्चनतिलक : जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र के सुकच्छ देश के विजयार्ध पर्वत के उत्तरी श्रेणी पर काञ्चनतिलक नगर था । "
काञ्चीपुर : कलिंग देश में काञ्चीपुर नगर था । मद्रास के दक्षिणपश्चिम में ४३ मील दूर पलार नदी के तट पर द्रविड़ या चोल की राजधानी थी । " काम्पिल्य : भरत क्षेत्र में काम्पिल्य नगर बताया गया है ।" यह बदायूँ और फर्रुखाबाद के मध्य गंगा तट पर आधुनिक काम्पिल्य नगर है । डॉ० नन्दलाल डे के अनुसार उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में फतेहगढ़ से २८ किमी० उत्तर-पूर्व में यह नगर स्थित है । यह कायमगंज स्टेशन से पाँच मील दूर है ।"
किन्नरगीत : जम्बूद्वीप के सुकच्छ देश में विजयार्ध के पास किन्नरगीत नगर था । "
fafoner " : धुनेव से लगभग मील चार दक्षिण-पूर्व में कल्याणपुर नामक आधुनिक गाँव के पास प्राचीन नगर के भग्नावशेष हैं । १२
कुण्डलपुर : विदेह क्षेत्र में कुण्डलपुर ( कुण्डिनपुर ) या कुण्ड नगर था । " कुण्डिन " : इसे कुण्डलपुर से समीकृत करते हैं ।
१.
पद्म ५।३५१, ६४|४; हरिवंश २४|११; महा ४७७८ महा ५८/६१, ५८।१२२
३. पद्म १५/३७
४. वही ६४|४
५.
महा ६३।१०५
६. वही ७०।१२५
७.
८.
६.
लाहा - वही, पृ० २७२-२७३
पद्म ८।२८१; महा ५६।१४, ७२/१६७ लाहा - वही, पृ० १५६
१०.
महा १६।३३, ६३।६१-६३, पद्म ५।१७६ ११. पद्म, १६६८४६७; महा ६८|४४४ १२. लाहा - वही, पृ० ५६७-५६८
१३. हरिवंश २१५, ७५८ महा ६२/१७८, ७१।३४१
१४.
पद्म २०/६०; हरिवंश १७।२३
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