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४२४ . जैन पुराणों का सांस्कृतिक अध्ययन
प्रतिष्ठपुर : यह आधुनिक प्रतिष्ठानपुर या पैठन है ।
प्रभाकरपुरी : पुष्कराध द्वीप के पश्चिमी भाग के पूर्व विदेह क्षेत्रान्तर्गत वत्सकावती देश में प्रभाकरी नगरी का उल्लेख है ।२ पद्म पुराण के अनुसार मथुरा के पास प्रभापुर है।
पोदनपुर : यह आन्ध्र प्रदेश में गोदावरी तथा मंजिरा नदियों के संगम पर दक्षिण में स्थित है।
बनारस' : आधुनिक वाराणसी का पूर्व नाम बनारस था। यह गंगा एवं वरुणा नदियों के संगम पर बसा है। पद्म पुराण में बनारस के लिए वाराणसी शब्द प्रयुक्त हुआ है।
भद्रपूर : जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र के मलय देश में भद्रपुर नगर है। पद्म पुराण में भद्रिकापुरी का उल्लेख है ।'
भद्रिलपुर : इसे भद्रिकपुर भी कहा गया है । जम्बूद्वीप के मंगला देश में भद्रिलपुर नगर है।"
भोगपुर : विजयार्ध पर्वत के उत्तरी श्रेणी पर गौरी नामक देश में भोगपुर नगर था।२ महा पुराण में वर्णित है कि हरिवर्ष देश में भोगपुर नगर था।" सम्भवतः गौरी और हरिवर्ष देश एक ही रहे होंगे।
१. पद्म ६४।५२ २. महा ७।३४, ६२७५, ६२।४१२ ३. पद्म ६४।४ ४. वही ४।६७, ८०।१७६; महा ३७।६८, ६२।६०; हरिवंश ११७८, २७।५५ ५. वसुदेवहिण्डी, २४वा पद्मावती लम्ब, पृ० ३५४ ६. पद्म ७१।१०७; हरिवंश १८१११८; महा ४३।१२४, ६०७० ७. वही २०५१ ८. हरिवंश १७।३०, महा ५६।२३।२४ ६. पद्म २०१४६ १०. वही २०१४६ ११.. हरिवंश १८।११२; महा ७०।१८३, ७१।२६३ १२. महा ४४।१४७, ६७।६४ . १३. वही ७०७४ ।
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