Book Title: Jain Puranoka Sanskrutik Adhyayana
Author(s): Deviprasad Mishra
Publisher: Hindusthani Academy Ilahabad

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Page 560
________________ ५२६ ££. १००. १०१. १०२. १०३. १०४. जैन पुराणों का सांस्कृतिक अध्ययन Jain Education International १७- वाद्य यन्त्र पटह : ( पृ० २६७ ) ढोलक के समान । रानकपुर, आदिनाथ मन्दिर, ग्यारहवींबारहवीं शती । पुष्कर : ( पृ० २६८) मृदंग या पखावज का प्राचीन रूप । पाणिघ : ( पृ० २६७) आधुनिक तबला का प्राचीन मृदंग : ( पृ० २६८ ) कर्नाटक के मृदंगम् के समान । भेरी : ( पृ० २६८ ) ढोल के समान । झर्झर : ( पृ० ३०१) झर्झर का वादन । आलमपुर, पापनाशिनी, सातवींआठवीं शती ई० । For Private & Personal Use Only रूप । www.jainelibrary.org

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