Book Title: Jain Puranoka Sanskrutik Adhyayana
Author(s): Deviprasad Mishra
Publisher: Hindusthani Academy Ilahabad

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Page 558
________________ ५२४ २. ६३. ६४. ६५. ६६. ६७. 5. जैन पुराणों का सांस्कृतिक अध्ययन १६ - वाद्य यन्त्र आनक : ( पृ० २६६) आधुनिक नगाड़े या नौबत के समान । झल्लरी : (पृ० २६६) आधुनिक खंजरी । कोणार्क, १२५० ई० । दर्दुर : ( पृ० २६६) घट के आकार का वाद्य | दुन्दुभि: ( पृ० २६७ ) नगाड़ा - नगड़िया । इसे लकड़ी से बजाते हैं । ढक्का : ( पृ० २६६) बगल में दबाकर हाथ से बजाने का वाद्य या धौंसा । पणव : ( पृ० २६७) आधुनिक हुडुक के समान । पणव : ( पृ० २६७) आधुनिक हुडुक के समान । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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