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जैन पुराणों का सांस्कृतिक अध्ययन
१६ - वाद्य यन्त्र
आनक : ( पृ० २६६) आधुनिक नगाड़े या नौबत के समान ।
झल्लरी : (पृ० २६६) आधुनिक खंजरी । कोणार्क, १२५० ई० ।
दर्दुर : ( पृ० २६६) घट के आकार का वाद्य |
दुन्दुभि: ( पृ० २६७ ) नगाड़ा - नगड़िया । इसे लकड़ी से बजाते हैं ।
ढक्का : ( पृ० २६६) बगल में दबाकर हाथ से बजाने का वाद्य या धौंसा ।
पणव : ( पृ० २६७) आधुनिक हुडुक के समान ।
पणव : ( पृ० २६७) आधुनिक हुडुक के समान ।
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