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जैन पुराणों का सांस्कृतिक अध्ययन
ताम्रलिपि : अंग देश में ताम्रलिप्ति नगर वर्णित है ।" यह पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में रूपनारायण तथा हुगली के संगम पर बारह मील दूर आधुनिक तालुक है ।
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त्रिपुर : त्रिपुर या त्रिपुरी आधुनिक जबलपुर से छ: मील दूर आधुनिक तेवर है ।"
दन्तपुर " : यह कलिंग देश की राजधानी थी। इसे उड़ीसा में पुरी से समीकृत किया गया है ।
दशार्णपुर : दशार्णपुर को दशारण्यपुर या दशाङ्ग' है । यह मृगावती देश में पड़ता है ।" स्थूलरूप से इसे जिसकी राजधानी विदिशा थी । "
दुर्ग" : यह मध्य प्रदेश का दुर्ग जिला है ।
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द्वारावती : इसे भरत क्षेत्र में समुद्र के अन्दर बारह योजन पर स्थित बताया गया है ।' कुछ लोगों के अनुसार द्वारका के आस-पास का क्षेत्र आनर्त्त कहा गया है । अन्य विद्वान् इसे बड़नगर का परवर्ती जिला मानते हैं ।"
नागपुर : धातकीखण्ड के भरत क्षेत्र में सारसमुच्चय देश में नागपुर नगर बताया गया है ।" यह आधुनिक महाराष्ट्र का नागपुर नगर है ।
१.
२.
३.
४. लाहा- वही, पृ० ५५२
५.
महा ७० ६५
लाहा- वही, पृ२०५२
पद्म ३३।८०
वही ८० १०६, ३३।७५
७.
८.
हरिवंश १७ २०
लाहा - वही, पृ० ४३६-४४१
पद्म २।१६; महा ६३।१४
ई.
१०.
११.
१२.
१३.
१४.
(दशपुर ) कहा गया मालवा से समीकृत करते हैं,
महा ७१।२६१; पद्म ३३।१३५
लाहा - वही, पृ० ६१४
महा १६।८५
पद्म १०६ । २७; हरिवंश १६६; महा ५८।८३, ७१।२७
लाहा- वही, पृ० ६११
पद्म २०।१६; हरिवंश ३४ | ४३; महा ६८।३-४
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