Book Title: Jain Puranoka Sanskrutik Adhyayana
Author(s): Deviprasad Mishra
Publisher: Hindusthani Academy Ilahabad
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शब्दानुक्रमणिका
४८५
कर्षण ४२
केयूर १६१ कषाय ३५४, ३५७, ३७४
केवल कल्याणक महोत्सव १७६ कहला २६६
केशवाप क्रिया ७३ काल १६, ३३८, ३४५, ३४७, ३४८ । केश संस्कार १६५ कालमान ३३३
कोश १८६ काकिणी ३३२
कौड़ी ३३२ काकु २८५
कौमुदीमहोत्सव १७६ काञ्ची १६२
क्रीतदास १२२ काञ्चनसूत्र १६०
क्षयजन्य ३११ कापसिक १४३
क्षेत्रज्ञ ३३६ कारवाँ ३३१
क्षीम १४५ . कार्तिक पूर्णिमा महोत्सव १७६ कारू ४७
खर्वट (कर्वट) २५०, २५१ किरीट १५३
खेट २५१ किरीटी १५३ कीटज १४३
गढ़ १८५, १८६ . कीनाश ३२२, ३२५
गणग्रहण क्रिया ८५ कुआं ३२२
गणराज्य १८३ कुगति २५
गणोपग्रह क्रिया ८१ कुटिल लिपि २४०, २४१
गर्भकल्याणक महोत्सव १७५ कुण्डल १५५
गर्भालम्भन ६७ कुन्तली १५४
गर्भाधान ६७ कुलकर १८, २३, २४, २५, २६, १८१ गर्भान्वय क्रिया ३३, ६७ कुलचर्या क्रिया ७६, ८७
गुंजा ३०१ कुलपरम्परा १६१
गुणव्रत ५६ कुलभूषण ३०
गुणस्थानाभ्युपगम क्रिया ८० कुसुम्भ १४६
गुरुपूजन क्रिया ८३ कृषक ३२२, ३२३
गृहत्याग क्रिया ७६, ८७ कृषि २६, ३२, ३२०, ३२१
गृहीशिता क्रिया ७६, ८७ कृषिकर्म २६, ४२, ४३
गोपुर २६१ कृषि वृत्ति ४३
गोमुखमणि १६३ .
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