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जैन पुराणों का सांस्कृतिक अध्ययन
१३-शस्त्रास्त्र और समवसरण ७५. दण्ड : (पृ० २२८) हाथ में दण्ड या प्यादा ।
७६. प्रास : (पृ० २२८) भाला।
७७.
शूल (त्रिशूल) : (पृ० २२६) प्रहार किया जाता हुआ त्रिशूल (वही, चित्र १४)।
७८. शूल (त्रिशूल) : (पृ. २२६) हाथ में स्थित त्रिशूल (वही, चित्र १६) । ७६. चक्र : (पृ० २२७) मथुरा से प्राप्त विष्णु की चतुर्भुजी मूर्ति से चक्र ।
८०. समवसरण की सामान्य भूमि : (पृ० २७४-२७६) ।
८१. समवसरण का मानस्तम्भ भूमि : (पृ० २७४-२७६) ।
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