Book Title: Jain Puranoka Sanskrutik Adhyayana
Author(s): Deviprasad Mishra
Publisher: Hindusthani Academy Ilahabad

Previous | Next

Page 524
________________ जैन पुराणों का सांस्कृतिक अध्ययन मृदंग २६८ रासक्रीड़ा १७१ मेखला १६२ रूपक ३३२ मेयमान ३३३ रेशम १४३ मोक्ष १६, ६१, १०२, १०४, ३३५, रौद्रध्यान ३८१ . ३४८, ३५१, ३५२ मोद क्रिया ७० लम्प ३०१ मौनाध्ययन वृत्तत्व क्रिया ८० लम्पाक ३०१ मौलि १५३ लय २८६ लिपिसंख्यान क्रिया ७४ यन्त्र ३११ लिपि सस्कार २३३ यवनिका १२६ लेख २८६ यज्ञ ३८४ लेह्य १३१ यज्ञोपवीत ४०, ४१,४२, ५५, ५६, ५७ लोक ३३५, ३४०, ३४७ ७६,७७ लोकाकाश ३३५ यष्टि १५६, १५७ यान १८८, १६५ वंश (बांसुरी) २६६, ३०० यानपत्र ३३०, ३३१ वंशशुद्धि २६ युगादिपुरुष २६ वर्णलाभ क्रिया 3०, ७८, ८६ युद्ध क्रीड़ा १७२ वर्णाधिकारी ३७ योग १६, ३७६, ३७७ वणिक ४५, ३२८ योगत्याग क्रिया ८४ वणिज् ३२८ योगनिर्वाणसाधन क्रिया ८१ वणिक न्याय ३२६ योगनिर्वाणसंप्राप्ति क्रिया ८१ वर्णोत्तम ५८ योग सम्मह किया ८४ वर्णसंकर ५१ योनिद्रव्य १३२ वल्कल १४३, १४८ यौवराज्य क्रिया ८३ वर्षवृद्धिदिनोत्सव १७८ वप्र (कोट) २५० रटिक ३०१ वनक्रीड़ा १७० रत्नत्रय ५६ व्रतचर्या क्रिया ७७, ८६, २३२, २३३ रसना १६२ व्रतावतरण क्रिया ५६, ७८, ८६, २३३, राग २८६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569