Book Title: Jain Puranoka Sanskrutik Adhyayana
Author(s): Deviprasad Mishra
Publisher: Hindusthani Academy Ilahabad
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४८४
आकाश ३३८, ३४२, ३४४, ३४५, ३४७
आगार २६६
आत्मा ३३८, ३४०, ३४४
आर्त्तध्यान ३५०
आधिराज्य १८३
आधान क्रिया ६७, ६८
आनक २६६*
आभ्यान्तर आर्त्तध्यान ३८१
आमायदासी १२२
आलय २६६
आश्यान १६५
आसन १८८, १६५
आस्रव ३४८, ३४६
भार्हन्त्य क्रिया ८४,
इतिवृत्त २, ३, ४ इतिहास वेद २, ३
८८
इन्द्रजाल क्रीड़ा १७२
इन्द्रत्याग क्रिया ८२
इन्द्राभिषेक क्रिया ८२
इन्द्रोपपाद क्रिया ८२
जैन पुराणों का सांस्कृतिक अध्ययन
ईश्वर ३५५, ३५६
उत्सर्पिणी २
उत्तरगुण ३७०, ३७३
उत्तरीय १४४, १५०
उत्तंस १५४
उपचयजन्य ३११
उपनयन ५५, ७४, ७५ उपसंव्यान १४८
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उपनीति क्रिया ५५, ८६, २३२, २३३ उपयोगिता क्रिया ८६
उपसर्ग १६
उपानत्क १५०
उपाध्याय ३६
उष्णीष १४६, १४७
ऊर्ध्वलोक ३३५, ३३६, ३३७
एणाजिना १५०
ऐतिह्य ४
ओर्ण १४३
कंचुक १४५ कंसवादक ( झांझ ) ३००, ३०१
कटक १६१, १६२
कटिसूत्र १६३ कण्ठमालिका १६०
कण्ठाभरण १६०
कन्दुकक्रीड़ा १७०
कम्बल १४७
कर्म १६, ३५६ से ३५६
कर्मणा ३२
कर्मभूमि २३, २६, १८२
कर्मन्वय क्रिया ३३, ६७, ८७, ८८
कल्पना १३२
कल्पवृक्ष २४
कल्याणाभिषेक १७६
कर्षक ३२२, ३२५
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