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भौगोलिक दशा
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मन्दारपुर : यह विजयार्ध पर्वत की दक्षिणी श्रेणी में स्थित था । मन्दार नगर को मन्दरपुर भी कहा गया है । २ यह जाह्नवी नदी के दक्षिण की ओर विन्ध्य पर्वत पर स्थित था ।
मथुरा : मथुरा शूरसेन देश की राजधानी थी । यह उत्तर प्रदेश का जिला है जो यमुना के तट पर स्थित है । "
महीपुर : गान्धार देश में महीपुर नगर था।
महानगर : विजयार्ध पर्वत के
पूर्व और नीलगिरि के पश्चिम की ओर सुसीमा देश में महानगर नामक नगर था । अन्यत्र उल्लिखित है कि पश्चिमी धातकीखण्ड द्वीप में मेरु पर्वत से पश्चिम की ओर सीता नदी के दक्षिण तट पर रम्यकावती देश में इसकी स्थिति बतायी गयी है । "
माहिष्मती : अवन्ति देश की दो राजधानियाँ थीं— उत्तरी भाग की उज्जयिनी या उज्जैन और दक्षिणी भाग की माहिष्मती । "
मिथिला " : मिथिला विदेह की राजधानी थी, जिसे तिरभुक्ति (आधुनिकतिरहुत) भी कहते थे । इसे नेपाल की सीमा पर स्थित आधुनिक जनकपुर नामक छोटे कस्बे से समीकृत करते हैं । इसके उत्तर में मुज्जफरनगर और दरभंगा जिले
हैं
लंका : त्रिकुटाचल के नीचे तीस योजन विस्तार की लंका नगरी का उल्लेख है ।" इसे आधुनिक श्रीलंका से समीकृत करते हैं ।
१.
महा ६३।१७०
पद्म १७।१४१; हरिवंश ६०।२४२
३. लाहा - वही, पृ० ५३४
४.
पद्म १६५; हरिवंश ३३।२५; महा ५७।७८, ७०।३३१
५. लाहा - वही, पृ० १७६ १८१
६. महा ७५।१३
७.
वही ४७/६५
वही ५६।२-३
८.
६. हरिवंश १७।२१; पद्म १०/६५
१०. लाहा -- वही, पृ० ५०६
पद्म २०।५५, २८।११६ हरिवंश २० २५
११.
१२. लाहा -- वही, पृ० ३६६- ३६७
१३.
पद्म ५।१५२-१५८, २०।२४३
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