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________________ भौगोलिक दशा ४१६ काञ्चनपुर : जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र में कनकपुर नगर था । २ विजयार्धं पर्वत की दक्षिणी क्षेत्र में कनकपुर नगर था । पद्म पुराण में काश्चन नगर वर्णित है ।" काञ्चनतिलक : जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र के सुकच्छ देश के विजयार्ध पर्वत के उत्तरी श्रेणी पर काञ्चनतिलक नगर था । " काञ्चीपुर : कलिंग देश में काञ्चीपुर नगर था । मद्रास के दक्षिणपश्चिम में ४३ मील दूर पलार नदी के तट पर द्रविड़ या चोल की राजधानी थी । " काम्पिल्य : भरत क्षेत्र में काम्पिल्य नगर बताया गया है ।" यह बदायूँ और फर्रुखाबाद के मध्य गंगा तट पर आधुनिक काम्पिल्य नगर है । डॉ० नन्दलाल डे के अनुसार उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में फतेहगढ़ से २८ किमी० उत्तर-पूर्व में यह नगर स्थित है । यह कायमगंज स्टेशन से पाँच मील दूर है ।" किन्नरगीत : जम्बूद्वीप के सुकच्छ देश में विजयार्ध के पास किन्नरगीत नगर था । " fafoner " : धुनेव से लगभग मील चार दक्षिण-पूर्व में कल्याणपुर नामक आधुनिक गाँव के पास प्राचीन नगर के भग्नावशेष हैं । १२ कुण्डलपुर : विदेह क्षेत्र में कुण्डलपुर ( कुण्डिनपुर ) या कुण्ड नगर था । " कुण्डिन " : इसे कुण्डलपुर से समीकृत करते हैं । १. पद्म ५।३५१, ६४|४; हरिवंश २४|११; महा ४७७८ महा ५८/६१, ५८।१२२ ३. पद्म १५/३७ ४. वही ६४|४ ५. महा ६३।१०५ ६. वही ७०।१२५ ७. ८. ६. लाहा - वही, पृ० २७२-२७३ पद्म ८।२८१; महा ५६।१४, ७२/१६७ लाहा - वही, पृ० १५६ १०. महा १६।३३, ६३।६१-६३, पद्म ५।१७६ ११. पद्म, १६६८४६७; महा ६८|४४४ १२. लाहा - वही, पृ० ५६७-५६८ १३. हरिवंश २१५, ७५८ महा ६२/१७८, ७१।३४१ १४. पद्म २०/६०; हरिवंश १७।२३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001350
Book TitleJain Puranoka Sanskrutik Adhyayana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDeviprasad Mishra
PublisherHindusthani Academy Ilahabad
Publication Year1988
Total Pages569
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Literature, & Culture
File Size8 MB
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