Book Title: Jain Darshan me Shraddha Matigyan aur Kevalgyan ki Vibhavana
Author(s): Nagin J Shah
Publisher: Jagruti Dilip Sheth Dr

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Page 7
________________ [6] भो.जे. अध्ययन-संशोधन विद्याभवन ने इन व्याख्यान देने का निमन्त्रण दे कर मुझे जो अवसर प्रदान किया एतदर्थ मैं इस विद्याभवन के नियामक डॉ. भारतीबेन शेलत और गुजरात विद्यासभा के मंत्री डॉ. चिनुभाई नायक का अत्यन्त आभारी हूँ । साथ ही गुजराती भाषा में दिये गये एवं प्रकाशित किये गये इन व्याख्यानों का हिन्दी भाषा में अनुवाद करवा कर प्रकाशित करने की जो अनुमति दी उसके लिए भी मैं उनके प्रति मेरा कृतज्ञभाव प्रगट करता हूँ। डॉ. सनत्कुमार रंगाटियाजी ने इन व्याख्यानों का हिन्दी में भाषान्तर किया एवं पं.श्री रूपेन्द्रकुमार पगारियाजी ने हिन्दी भाषान्तर को पढकर उपयोगी सूचन दिये, अतः इन दोनों सहायक मित्रों का मैं हृदयपूर्वक आभार मानता हूँ। नगीन जी. शाह 23, वालकेश्वर सोसायटी, आंबावाडी, अहमदाबाद-380015. अगस्त 15, 2000 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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