Book Title: Ishtopadesh
Author(s): Pujyapadswami, Kalyanbodhisuri
Publisher: Jinshasan Aradhak Trust
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કષ્ટોપદેશ ઝલક
वरं व्रतैः पदं दैवं नाव्रतैर्बत नारकम् । छायातपस्थयोर्भेदः प्रतिपालयतर्महान् ॥३॥
यज्जीवस्योपकाराय, तद्देहस्यापकारकम् । यदेहस्योपकाराय, तज्जीवस्यापकारकम् ॥१९॥
न मे मृत्युः कुतो भीति-न मे व्याधिः कुतो व्यथा ? । नाहं बालो न वृद्धोऽहं, न युवैतानि पुद्गले ॥२९॥
भुक्तोज्झिता मुहुर्मोहा-न्मया सर्वेऽपि पुद्गलाः । उच्छिष्टेष्विव तेष्वद्य, मम विज्ञस्य का स्पृहा ? ॥३०॥
ब्रुवन्नपि हि न ब्रूते, गच्छन्नपि न गच्छति । स्थिरीकृतात्मतत्त्वस्तु, पश्यन्नपि न पश्यति ॥४१॥

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