Book Title: Atmamimansa Author(s): Dalsukh Malvania Publisher: Jain Sanskruti Sanshodhan Mandal Banaras View full book textPage 7
________________ (४) निम्बार्कसंमत द्वैताद्वैत-भेदाभेदवाद (५) मध्वाचार्य का भेदवाद (६) विज्ञानभिक्षुका अविभागाद्वैत ... (७) चैतन्य का अचिन्त्यभेदाभेदवाद ... (८) वल्लभाचार्य का शुद्धाद्वैत मार्ग ... (आ) शैवों का मत ५ आत्मा का परिमाण ६ जीव की नित्यता-अनित्यता (१) जैन और मीमांसक (२) सांख्यका कूटस्थवाद (३) नैयायिक-वैशेषिकों का नित्यवाद (४) बौद्ध सम्मत अनित्यवाद (५) वेदान्त सम्मत जीव की परिणामी नित्यता ७ जीव का कर्तृत्व तथा भोक्तृत्व (१) उपनिषदों का मत (२) दार्शनिकों का मत (३) बौद्ध मत (४) जैन मत .८ जीव का बन्ध और मोक्ष (१) मोक्ष का कारण (२) बंध का कारण (३) बंध क्या है ? Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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